India News (इंडिया न्यूज), PM Modi US Visit: भारत और अमेरिका ने रविवार (22 सितंबर) अरबों डॉलर के ड्रोन सौदे को अंतिम रूप दे दिया है। इससे पहले प्रधानमंत्री मोदी ने अमेरिका की अपनी तीन दिवसीय यात्रा के पहले दिन जो बाइडेन से मुलाकात की। इस दौरान पीएम मोदी ने अमेरिकी राष्ट्रपति जो बाइडेन के साथ द्विपक्षीय वार्ता की। दोनों नेताओं ने ड्रोन सौदे पर भी विस्तार से चर्चा की। दरअसल, भारत अमेरिका से 31 MQ-9B स्काई गार्जियन और सी गार्जियन ड्रोन खरीदने की प्रक्रिया में है। इन ड्रोन को खरीदने की लागत करीब 3 अरब डॉलर है।

भारत अमेरिका से खरीद रहा है खास ड्रोन

बता दें कि, इस समय भारत का लक्ष्य चीनी सीमा पर निगरानी क्षमताओं को बढ़ाना है। इस सौदे के लिए एक साल से अधिक समय से बातचीत चल रही है। पिछले साल जून में रक्षा मंत्रालय ने अमेरिका से हवा से जमीन पर मार करने वाली मिसाइलों और लेजर गाइडेड बमों से लैस MQ-9B स्काई गार्जियन और सी गार्जियन सशस्त्र ड्रोन खरीदने को मंजूरी दी थी। ड्रोन खरीदने के अलावा भारतीय नौसेना इस वित्तीय वर्ष में दो अन्य बड़े रक्षा सौदे करने की भी योजना बना रही है। नौसेना इस साल 3 और स्कॉर्पीन पनडुब्बी और 26 राफेल-एम लड़ाकू विमान खरीदने का सौदा कर सकती है।

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पाकिस्तान-चीन को लगेगा झटका

भारत पूर्वी लद्दाख में चल रहे सैन्य टकराव के बीच चीन के साथ 3,488 किलोमीटर लंबी वास्तविक नियंत्रण रेखा पर इन ड्रोन को तैनात कर सकता है। अगर 31 MQ-9B ड्रोन की बात करें तो इसे 40,000-फीट से अधिक की ऊंचाई पर करीब 40 घंटे तक उड़ान भरने के लिए डिजाइन किया गया है। ये ड्रोन 170 हेलफायर मिसाइलों, 310 GBU-39B प्रिसिजन-गाइडेड ग्लाइड बम, नेविगेशन सिस्टम, सेंसर सूट और मोबाइल ग्राउंड कंट्रोल सिस्टम से लैस हैं। ये ड्रोन बहुत शक्तिशाली है। इसी ड्रोन से अमेरिका ने अलकायदा प्रमुख अल जवाहिरी को मार गिराया था। इस ड्रोन की सबसे खास बात यह है कि इसे किसी भी मिशन के लिए भेजा जा सकता है।

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