India News (इंडिया न्यूज), Kashmir is Foreign Territory: पाकिस्तान के कब्जे वाले कश्मीर (पीओके) के कवि और पत्रकार अहमद फरहाद शाह करीब दो हफ्ते पहले लापता हो गए थे। जब उनके परिवार वालों ने उनके लापता होने को लेकर कोर्ट का दरवाजा खटखटाया तो उन्हें पता चला कि वह पुलिस की हिरासत में हैं। इसके बाद उनके परिवार वालों ने इस्लामाबाद हाईकोर्ट का दरवाजा खटखटाया। शुक्रवार को इस्लामाबाद हाईकोर्ट में इस मामले की सुनवाई हुई। सुनवाई के दौरान सरकार की ओर से पेश वकील ने पीओके को पाकिस्तान का हिस्सा न बताते हुए विदेशी इलाका बताया। अहमद फरहाद शाह के वकीलों ने कोर्ट के बाहर मीडिया से यह बात कही।
अहमद फरहाद शाह के लापता होने पर कोर्ट में याचिका दायर करने वाली इमान मजारी ने कहा, ‘अहमद कश्मीर में हैं, यह बात कोर्ट को पुलिस ने बताई है। इसके साथ ही कोर्ट में एक और दिलचस्प बात हुई है। सरकार की ओर से पेश वकील ने कश्मीर को विदेशी जमीन बताया है, जो अच्छी छाप नहीं छोड़ता। हमें कश्मीरियों को यह नहीं कहना चाहिए कि वे हमसे अलग हैं। यह ऐसी बात है जो नहीं कही जानी चाहिए।’
पीओके के लोग भी कहते रहे हैं कि वे पाकिस्तान से अलग होना चाहते हैं। पाकिस्तान अधिकृत कश्मीर के लोग भी कहते रहे हैं कि पाकिस्तान के संविधान के अनुसार वे पाकिस्तान का हिस्सा नहीं हैं। पीओके के विरोध प्रदर्शनों में भी यही बात दोहराई गई है। भारत ने बार-बार कहा है कि पीओके उसका हिस्सा है। अब पाकिस्तान ने भी कोर्ट में पीओके को विदेशी क्षेत्र मान लिया है। पाकिस्तान ने लाहौर समझौता तोड़ा, नवाज शरीफ का बड़ा कबूलनामा पीओके में आम लोगों के अधिकारों और सेना के खिलाफ आवाज उठाने वाले शायर अहमद फरहाद 14 मई को इस्लामाबाद से लापता हो गए थे।
अहमद के परिवार वालों ने दावा किया था कि पाकिस्तान की खुफिया एजेंसी आईएसआई ने उन्हें इसलिए गायब कर दिया है क्योंकि उन्होंने सरकार की आलोचना की थी। अहमद की पत्नी उरूज ने कहा था कि 14 मई की देर रात चार लोग अहमद को कार में उठाकर ले गए थे। इस्लामाबाद कोर्ट के हस्तक्षेप के बाद पता चला है कि वे कश्मीर पुलिस की हिरासत में हैं।
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