India News(इंडिया न्यूज),Pralhad Joshi: केंद्रीय मंत्री प्रहलाद जोशी बीते दिनों से देश में हिंदू जनसंख्या को लेकर बयानबाजी कर रहे हैं। उन्होंने भारत की धर्मनिरपेक्षता को लेकर आए दिन सवाल-जबाव करते हैं। प्रहलाद जोशी ने भारत में हिंदू जनसंख्या में गिरावट को लेकर काफी चिंता व्यक्त किए हैं।

मीडिया के हवाले बताया कि भारत एक धर्मनिरपेक्ष राज्य है क्योंकि हिंदू बहुसंख्यक हैं। जिस दिन हिंदू अल्पसंख्यक हो जाएंगे, यह कभी धर्मनिरपेक्ष राज्य नहीं रहेगा। सबसे पहले सिद्धारमैया को यह बात समझनी चाहिए।

वहीं, पिछले दिनों भी प्रहलाद जोशी ने हिंदू जनसंख्या को लेकर बयान दिए हैं। उन्होंने कहा है कि देश में हिंदू आबादी में गिरावट का रुझान सबसे चिंताजनक है। मीडिया से बात करते हुए केंद्रीय मंत्री प्रह्लाद जोशी ने कहा कि राज्य और केंद्र सरकारों को जागना चाहिए और इस प्रवृत्ति को रोकने के लिए तुरंत कार्रवाई शुरू करनी चाहिए। उन्होंने कहा कि देश में हिंदू जनसंख्या में गिरावट के बारे में व्यापक अध्ययन होना चाहिए।

जोशी ने कहा, “यदि हिंदुओं की संख्या कम हो गई तो समय के साथ लोकतांत्रिक व्यवस्था ही बदल जाएगी। भारत दुनिया का एकमात्र धर्मनिरपेक्ष देश है। यह वास्तव में धर्मनिरपेक्ष राज्य है। धर्मनिरपेक्षता भारतीयों के खून में है और यह उनके चरित्र में भी समाहित है। इसका भविष्य में प्रभाव पड़ने वाला है।”

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उन्होंने कहा कि देश ने अनेकता में एकता पाई है और सभी धर्मों और संस्कृतियों का पालन करने की स्वतंत्रता सुनिश्चित की है और यह विरासत जारी रहनी चाहिए। जोशी ने कहा, “हालांकि यह देश मुख्य रूप से हिंदू बहुल है, लेकिन इसने सभी धर्मों के लोगों को आश्रय दिया है। चूंकि हिंदुओं की आबादी कम हो रही है, यह बहुत चिंता का विषय है और समाज और सरकारों को इस पर विचार करना चाहिए।”

तीन सदस्यीय समिति द्वारा किए गए ‘धार्मिक अल्पसंख्यकों का हिस्सा – एक क्रॉस-कंट्री विश्लेषण (1950-2015)’ शीर्षक वाले अध्ययन के अनुसार, 1950 से 2015 तक, हिंदू आबादी 85 प्रतिशत से घटकर 78 प्रतिशत हो गई, जबकि मुस्लिम आबादी 10 प्रतिशत से बढ़कर 14 प्रतिशत हो गई।

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