India News (इंडिया न्यूज़), Essential Goods in Manipur, इंफाल: एटीएम में पैसे खत्म, पेट्रोल-पंपों पर तेल खत्म, दवाई की दुकानों पर दवाई खत्म। यह हाल है देश के पूर्वोत्तर राज्य मणिपुर का जो पिछले एक महीने से हिंसा और तनाव की आग में जल रहा है। मेइती और कुकी समुदाय के झगड़ों का खमियाजा अब पूरे राज्य को भूगतना पड़ रहा है। यह सब हालात इसलिए है क्योंकि दोनों समुदाय ने लोगों ने जगह-जगह पर नेशनल हाइवे नंबर 2 को ब्लॉक किया हुआ है।
हाइवे ब्लॉक होने के कारण मणिपुर का संपर्क बाकी भारत से कट गया है और जरुरत के सामान (Essential Goods in Manipur) राज्य में नहीं पहुंच पा रहे है। कई लोग जरुरत के सामानों की कालाबाजारी कर रहे है। ब्लैक मार्केट में पेट्रोल के दाम 200 रुपये प्रति लीटर है। एटीएम में पैसे नहीं होने के कारण लोग पैसे होने पर भी उसे निकाल नहीं पा रहे है।
राज्य में जरुरी दवाइयों की भी कमी हो गई है। 3 जून से यहां इंटरनेट भी बंद है। करीब 25 हजार लोग अपना घर छोड़ कर राहत शिविरों में रह रहे है। कई परिवार अपने परिजित लोगों के पास दिल्ली, दीमापुर और गुवाहटी चले गए है। मणिपुर में सबसे ज्यादा दिक्कत इंफाल घाटी में जहां मेइती समुदाय के लोग अधिक संख्या में रहते है।
इंफाल घाटी में चावल की कीमत 30 रुपये से बढ़कर 60 रुपये प्रति किलो हो गई है। प्याज पहले 35 रुपये प्रति किलो था जो अब 70 रुपये हो गया है। आलू 15 रुपये से 40 रुपये प्रति किलो तो अंडे की कीमत 10 रुपये प्रति पीस पहुंच गई है जो पहले 6 रुपये हुआ करती थी। रिफाइंड तेल जो पहले 200 रुपये लीटर था वह करीब 300 रुपये पहुंच गया है।
जरुरी सामानों की किल्लत न हो इसके लिए गृह मंत्री अमित शाह को अपील करनी पड़ी है। उन्होंने रविवार को ट्वीट करत हुए लिखा कि मणिपुर के लोगों से मेरी विनम्र अपील है कि इंफाल-दीमापुर, एनएच-2 राजमार्ग पर लगे अवरोधों को हटा लें, ताकि भोजन, दवाइयां, पेट्रोल/डीजल और अन्य आवश्यक वस्तुएं लोगों तक पहुंच सकें। मैं यह भी अनुरोध करता हूं कि नागरिक समाज संगठन आम सहमति बनाने के लिए आवश्यक कदम उठाएं। हम सब मिलकर ही इस खूबसूरत राज्य में सामान्य स्थिति बहाल कर सकते हैं।
यह भी पढ़े-