India News(इंडिया न्यूज), Rahul Gandhi: क्या नेता प्रतिपक्ष राहुल गांधी बांग्लादेश हिंसा को सही मानते हैं? क्या वो इस विरोध का वो सहयोग करते हैं? इस सवाल का जवाब हम आपको नहीं देंगे, शायद इस खबर को पढ़ने के बाद आप खुद अंदाजा लगा सकेंगे। बता दें कि पिछले 10 दिनों से राहुल गांधी लंदन में थे और इस बीच वो खालिद जिया, बांग्लादेश की पूर्व प्रधानमंत्री के बेटे से मुलाकात की और आंदोलन का समर्थन किया, ये हम नहीं कह रहे, ये दावा है बीजेपी प्रवक्ता तुहिन सिन्हा का। साथ ही सवाल ये भी उठ रहा है कि अभी तक राहुल गांधी ने बांग्लादेश हिंसा पर चुप्पी नहीं तोड़ी है। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं पूरी जानकारी।

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राहुल गांधी ने खालिद जिया के बेटे से की मुलाकात

इस पर भाजपा प्रवक्ता ने कांग्रेस से जवाब मांगते हुए कहा कि यह राहुल गांधी पर लगाया गया बहुत बड़ा और गंभीर आरोप है। इस पर कांग्रेस को तुरंत जवाब देना चाहिए कि जब पिछले महीने 10 दिन तक राहुल गांधी भारत में नहीं थे तो क्या उस दौरान वह लंदन में थे और क्या वहां उनकी मुलाकात खालिदा जिया के बेटे से हुई थी और अगर हां तो उस मुलाकात का एजेंडा क्या था?

तुहिन सिन्हा ने लंदन में खालिदा जिया के बेटे से राहुल गांधी की मुलाकात की खबर को गंभीर बताया है और मांग की है कि कांग्रेस तुरंत बताए कि क्या यह मुलाकात हुई थी और अगर हां तो उसका एजेंडा क्या था?

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राहुल और प्रियंका की चुप्पी पर सवाल

इतना ही नहीं तुहिन सिन्हा ने आगे कहा कि गुरुवार 8 अगस्त को राहुल गांधी ने एक प्रतिनिधिमंडल से मुलाकात की थी, जिसमें अर्थशास्त्री ज्यां द्रेज भी शामिल थे और इन्हीं ज्यां द्रेज को अगले ही दिन 9 अगस्त को फिलिस्तीन के समर्थन में प्रदर्शन के दौरान गिरफ्तार कर लिया गया था। यहां उनके साथ नदीम खान भी मौजूद थे जो हमेशा बांग्लादेश में गृहयुद्ध की वकालत करते हैं। इसलिए, जब 8 अगस्त को बांग्लादेश में हिंदुओं का जीवन खतरे में था, तब राहुल गांधी दिल्ली में अपने घर पर लोगों को अगले दिन के विरोध प्रदर्शन के बारे में मार्गदर्शन दे रहे थे।