India News (इंडिया न्यूज),Rahul Gandhi: पश्चिम बंगाल में मनरेगा को लेकर विवाद खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। जहां एक तरफ ममता सरकार का ये कहना है कि, केंद्र सरकार जान-बूझ कर बंगाल के लिए मनरेगा फंड में रोक लगाती है वहीं दूसरी तरफ केंद्र सरकार भी अपना दलील देने से पिछे नहीं हट रही। जिसके बाद कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने केंद्र सरकार पर निशाना साधते हुए राहुल गांधी ने बंगाल के लिए मनरेगा फंड के लिए पीएम मोदी को पत्र लिखा है।

राहुल का पीएम मोदी को पत्र

कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष राहुल गांधी ने मनरेगा मजदूर को लेकर पीएम मोदी को लिखे पत्र में कहा कि, पार्टी की चल रही भारत जोड़ो न्याय यात्रा के हिस्से के रूप में पश्चिम बंगाल की उनकी हालिया यात्रा के दौरान, पश्चिम बंग खेत मजदूर समिति के एमजीएनआरईजीएस कार्यकर्ताओं के एक प्रतिनिधिमंडल ने उन्हें सामना किए गए मुद्दों से अवगत कराया।

केंद्र रोक रहा फंड?

इसके साथ ही राहुल गांधी ने बंगाल में मनरेगा श्रमिकों की “विनाशकारी दुर्दशा” और न्याय के लिए उनकी निरंतर लड़ाई को चिह्नित करते हुए अपने पत्र में कहा कि: “पश्चिम में केंद्रीय धन के रुकने के कारण हमारे लाखों भाइयों और बहनों को एमजीएनआरईजीएस के तहत काम और मजदूरी से वंचित कर दिया गया है।” मार्च, 2022 से बंगाल। मुझे बताया गया कि फंड की कमी के कारण कई श्रमिकों को 2021 में पूरे किए गए काम के लिए भुगतान नहीं किया गया है।

ममता के अलग होने के बाद राहुल का भाव

जानकारी के लिए बता दें कि, यह पत्र मुख्यमंत्री ममता बनर्जी के कुछ दिनों बाद आया है, जिन्होंने 3 फरवरी को विभिन्न योजनाओं के तहत केंद्रीय धन जारी करने में देरी पर दो दिवसीय विरोध प्रदर्शन किया था, जिसमें उन्होंने कहा था कि उनकी सरकार 2.1 मिलियन एमजीएनआरईजीएस श्रमिकों के बकाये का भुगतान करेगी, जिन्होंने अभी तक भुगतान नहीं किया है। 21 फरवरी तक 100 दिन के कार्य कार्यक्रम के तहत मजदूरी प्राप्त हुई।

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