India News(इंडिया न्यूज), Rahul Gandhi: भारतीय संविधान के अनुसार लोकसभा चुनाव में कोई प्रतिनिधि दो सीटों से चुनाव लड़ सकता है जिसका पालन विपक्षी दल कांग्रेस के नेता राहुल गांधी ने किया और इस चुनाव में वो वायनाड और रायबरेली से चुनाव लड़े थे और दोनों ही सीटों पर वो चुनाव जीते थे लेकिन कानून के अनुसार वो केवल एक ही सीट को चुन सकते हैं। ऐसे में उन्होंने उत्तर प्रदेश की रायबरेली को चुनकर, केरल के वायनाड के लोगों को भावुक पत्र लिखा कि वहां का प्रतिनिधित्व राहुल गांधी न करके उनकी बहन प्रियंका गांधी वाड्रा करेंगी। इस बीच केरल के बीजेपी अध्यक्ष के सुरेन्द्रन ने राहुल गांधी को विश्वासघाती बताया है। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं पूरी जानकारी।

Living Nostradamus Predictions: जीवित नास्त्रेदमस ने अपनी भविष्यवाणी से लोगों किया हैरान, 2028 के लिए कर दिया चौंकन्ना-Indianews

राहुल गांधी ने वायनाड की जनता को लिखा पत्र

केरल भारतीय जनता पार्टी के अध्यक्ष के. सुरेन्द्रन ने रविवार को कांग्रेस नेता राहुल गांधी द्वारा वायनाड के मतदाताओं को लिखे पत्र पर प्रतिक्रिया दी है। केरल बीजेपी अध्यक्ष के सुरेन्द्रन ने कहा कि यह महज एक ‘राजनीतिक नौटंकी’ है। राहुल गांधी ने वायनाड के लोगों के साथ विश्वासघात किया है। राहुल ने वायनाड को छोड़कर रायबरेली को चुना है और वायनाड को अपनी बहन प्रियंका गांधी को सौंपा है क्योंकि कानून के अनुसार राहुल या कोई भी नेता दो सीटों से चुनाव लड़ तो जरूर सकता है लेकिन जीतने के बाद उसे एक सीट को छोड़ना पड़ेगा।

के सुरेन्द्रन ने कसा तंज

कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने रविवार को वायनाड के लोगों को एक भावपूर्ण पत्र लिखा। उन्होंने कहा कि वायनाड के लोगों के वह अजनबी थे फिर भी यहां के लोगों ने विश्वास किया। अपने पत्र में उन्होंने बताया कि वह वायनाड को अपने संसदीय क्षेत्र के रूप में छोड़ रहे हैं। वह लोकसभा सांसद के रूप में उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट का प्रतिनिधित्व करेंगे। जिसके कारण उन्हें वायनाड छोड़ना पड़ेंगे।

Jija Saali Love Story: इस रिश्ते को क्या नाम दूं! जीजा, साली के साथ तो सास समधी के साथ फरार-Indianews

राहुल गांधी विश्वासघात है- के सुरेन्द्रन

राहुल गांधी के इसी फैसले पर बीजेपी ने राजनीतिक नौटंकी बताया है। केरल बीजेपी अध्यक्ष सुरेन्द्र ने कहा कि राहुल गांधी ने पहले ही वायनाड के लोगों के साथ विश्वासघात किया है। वे हमेशा कहते रहे हैं कि वायनाड मेरा दूसरा घर है, मेरा परिवार है। अब उस बयान के पीछे की मंशा स्पष्ट है। वे अपनी बहन को वहां लेकर आए, इसलिए उन्होंने यह सब अपने परिवार के सदस्यों के लिए कहा। यह भी एक नौटंकी है, लोग उन पर विश्वास नहीं करेंगे क्योंकि उन्होंने कई बयान दिए हैं लेकिन वे कभी भी सच नहीं होते हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि अगर प्रियंका गांधी का नाम इतना बड़ा है तो पहले उन्होंने वायनाड से सीट लड़ने का विचार क्यों नहीं किया।