इंडिया न्यूज, जम्मू :
कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने गुरुवार को माता वैष्णो देवी के दर्शन किए। दो दिन के दौरे पर राहुल कटरा से पैदल ही मां वैष्णो देवी के दरबार पहुंचे। बता दे कि अनुच्छेद 370 के हटने के बाद राहुल गांधी दूसरी बार जम्मू कश्मीर के दौरे पर आए हैं। मीडिया के साथ बातचीत में मीडिया के सवालों के जवाब में उन्होंने कहा, मैं यहां माता के दर्शन करने आया हंू, कोई राजनीतिक बयानबाजी नहीं करूंगा। इससे पहले जम्मू पहुंचे राहुल गांधी का एयरपोर्ट पर कांग्रेस कार्यकर्ताओं ने ढोल-नगाड़ों के साथ उनका स्वागत किया। कांग्रेस के पूर्व अध्यक्ष पूजा अर्चना करने के बाद मंदिर परिसर में ही रहेंगे। जम्मू-कश्मीर प्रदेश कांग्रेस कमेटी के अध्यक्ष गुलाम अहमद मीर ने बताया कि वायनाड के सांसद की पवित्र मंदिर में विशेष आस्था है और वह पिछले कई सालों से वैष्णो देवी मंदिर जाना चाहते थे। उन्होंने कहा, हम पिछले तीन साल से राहुल गांधी से इसे लेकर कहते रहे थे। वह भी आने को इच्छुक थे, लेकिन राजनीतिक स्थिति ऐसी थी कि इस दौरान नहीं आ सके। अब जबकि स्थिति में थोड़ा सुधार हुआ है तो उन्होंने पिछले महीने श्रीनगर का दौरा किया। अब 9 सितंबर और 10 सितंबर को जम्मू का दौरा करेंगे।
शुक्रवार को पार्टी कार्यकर्ताओं से मिलेंगे
राहुल गांधी आरती में शामिल होकर कटरा में ही रुकेंगे। शुक्रवार को वह जम्मू के लिए रवाना होंगे। यहां वह पार्टी कार्यकर्ताओं, नेताओं और शिष्टमंडलों से मुलाकात करेंगे। इस दौरान राहुल गांधी मुद्रीकरण योजना, अनुच्छेद 370 समेत कई मुद्दों पर बीजेपी को घेर सकते हैं। गुलाम नबी आजाद के भी यहां पहुंचने की संभावना व्यक्त की जा रही है।
राहुल की लद्दाख जाने का भी प्लान
कांग्रेस नेता ने बताया कि जम्मू के इस छोटे से दौरे के बाद राहुल गांधी की लद्दाख जाने की भी योजना है। उन्होंने कहा कि इलाकों में स्थिति बेहतर होने के बाद गांधी सभी जिलों का दौरा करने की तैयारी में हैं। इस दौरान वो लोगों से बातचीत करेंगे और उनकी समस्याओं को सामने लाएंगे।
370 हटने के बाद राहुल का यह दूसरा दौरा
अनुच्छेद 370 के निरस्त होने के बाद से राहुल गांधी की जम्मू और कश्मीर की यह दूसरी यात्रा है। इससे पहले उन्होंने 9 अगस्त को केंद्र शासित प्रदेश का दौरा किया था। इस दौरान उन्होंने श्रीनगर में नए पार्टी कार्यालय का उद्घाटन किया। उन्होंने खीर भवानी मंदिर और हजरत दरगाह शरीफ का भी दौरा किया। अगस्त 2019 में केंद्र ने अनुच्छेद 370 को निरस्त कर दिया था, जिससे जम्मू और कश्मीर को विशेष दर्जा दिया गया था। साथ ही इस इलाके को जम्मू-कश्मीर और लद्दाख में बांट दिया गया।