India News (इंडिया न्यूज), Rahul Gandhi Sitting Row Controversy: राहुल गांधी को स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान पीछे की पंक्ति में बैठाए जाने पर कांग्रेस पूरी तरह से भड़का हुआ है। कांग्रेस ने आरोप लगाया कि राहुल गांधी को अपमानित करने की नीयत से जानबूझकर पांचवीं पंक्ति में बैठाया गया। अब केसी वेणुगोपाल ने अपना आक्रोश जताते हुए बीजेपी पर जमकर निशाना साधा और इसे राहुल को अपमान करने की साजिश बताई है।
राहुल गांधी को दी गई पांचवीं पंक्ति में सीट
स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान कांग्रेस नेता राहुल गांधी को पांचवीं पंक्ति में सीट दी गई थी। पांचवीं पंक्ति में मल्लिकार्जुन खड़गे के लिए भी सीट आरक्षित थी, लेकिन वे नहीं गए। राहुल गांधी को पीछे की पंक्ति में बैठाए जाने पर कांग्रेस भड़क गई।
पार्टी प्रवक्ता सुप्रिया श्रीनेत ने कहा, “छोटे दिमाग वाले लोगों से बड़ी उम्मीद करना बेमानी है। स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान नेता विपक्ष राहुल गांधी को पांचवीं पंक्ति में बैठाकर सरकार ने अपनी हताशा जरूर दिखाई है, लेकिन इससे राहुल गांधी पर कोई फर्क नहीं पड़ता। नेता विपक्ष का दर्जा कैबिनेट मंत्री का होता है। अगर सरकार के मंत्री पहली पंक्ति में बैठते तो… इन लोगों को लोकतंत्र और लोकतांत्रिक परंपराओं की कोई परवाह नहीं है। राहुल गांधी चाहे पांचवीं पंक्ति में बैठें या पचासवीं पंक्ति में, वे जनता के नेता बने रहेंगे। लेकिन आप लोग ऐसी हरकतें कब बंद करेंगे?”
रक्षा मंत्रालय की ये कमजोर दलील- केसी वेणुगोपाल
कांग्रेस पार्टी के संगठन महासचिव केसी वेणुगोपाल का पारा भी इस पर चढ़ गया और बीजेपी को लपेटे में लेते हुए एक्स पर पोस्ट कर सरकार पर जमकर बरस गए। केसी वेणुगोपाल ने लिखा कि मोदी जी, अब समय आ गया है कि आप 4 जून के बाद की नई वास्तविकता को समझें। जिस अहंकार के साथ आपने लोकसभा के नेता प्रतिपक्ष श्री @RahulGandhi जी को स्वतंत्रता दिवस समारोह के दौरान सबसे पीछे की पंक्तियों में बिठाया, उससे पता चलता है कि आपने अभी तक कोई सबक नहीं सीखा है।
अमित शाह या निर्मला सीतारमण को कैसे मिली आगे सीट
आगे वो कहते हैं कि रक्षा मंत्रालय का यह कमजोर स्पष्टीकरण कि यह “ओलंपियनों के सम्मान” के लिए था, बहुत अधिक कारगर नहीं है। जबकि ओलंपियन हर तरह के सम्मान के हकदार हैं, मुझे आश्चर्य है कि अमित शाह या निर्मला सीतारमण जी जैसे कैबिनेट मंत्री उनसे आगे की पंक्ति में कैसे बैठते हैं। प्रोटोकॉल के अनुसार, दोनों सदनों के नेता प्रतिपक्ष को भी आगे की पंक्ति में बैठना चाहिए, लेकिन राहुल जी और कांग्रेस अध्यक्ष श्री मल्लिकार्जुन @खड़गे जी की सीटें 5वीं पंक्ति में थीं। यह न केवल नेता प्रतिपक्ष या राहुल जी के पद का अपमान था, बल्कि यह भारत के लोगों का भी अपमान था, जिनकी आवाज राहुल जी संसद में उठाते हैं। यह आश्चर्यजनक है कि सच्चाई कुछ लोगों को कितनी असहज बना सकती है – इतनी कि वे इसका सामना करने के बजाय बैठने की व्यवस्था को पुनः व्यवस्थित करना पसंद करते हैं।
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