Bharat Jodo Yatra: कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने आज सोमवार को इंदौर के वैष्णव कॉलेज के पास एक प्रेस कॉन्फ्रेंस की राहुल गांधी ने इस दौरान कहा कि “भारत जोड़ो यात्रा मेरी तपस्या है। तपस्या कुछ प्राप्त करने के लिए नहीं की जाती। देश में डर और नफरत का माहौल है। मेरी जिम्मेदारी है कि डर और नफरत के खिलाफ कुछ करूं। बहुत सारे बीजेपी के लोग भी सोचते हैं कि देश में जो हो रहा है वो गलत है। इससे मुझे कुछ न मिले तो भी यह मेरी जिम्मेदारी है और वह इसे करेंगे।”
‘यात्रा का लक्ष्य देश को DNA की याद दिलाना’
आपको बता दें कि राहुल गांधी से प्रेस कॉन्फ्रेंस में सवाल किया गया कि ‘मध्य प्रदेश में कांग्रेस छोड़कर गए नेताओं के लिए क्या भविष्य में पार्टी के दरवाजे खुले हैं?’ इसका जवाब देते हुए कांग्रेस नेता ने कहा कि “इसका जवाब कांग्रेस अध्यक्ष देंगे, लेकिन मेरी राय में जो लोग खरीदे गए उनपर भरोसा नहीं किया जा सकता।” उन्होंने कहा कि “भारत जोड़ो यात्रा का लक्ष्य देश को उसके डीएनए की याद दिलाना है।”
पार्टी की ताकत हैं गहलोत-पायलट
प्रेस कॉन्फ्रेंस में राहुल गांधी ने कहा कि उनका पूरा ध्यान फिलहाल यात्रा को पूरा करने में तथा लोगों को सुनने पर है। फिलहाल वह चुनाव के बारे में बिल्कुल नहीं सोच रहे हैं। राहुल गांधी ने राजस्थान में चल रही राजनीति लड़ाई के सवाल पर कहा है कि “किसने क्या कहा इस बात पर नहीं जाना चाहिए। दोनों पार्टी नेता (सीएम अशोक गहलोत और सचिन पायलट) पार्टी की ताकत हैं। भारत जोड़ो यात्रा पर इसका कोई असर नहीं होने वाला है।”
‘मेरी इमेज खराब करने में लगा दिए हजारों करोड़’
इसके अलावा कांग्रेस नेता ने कहा कि “बीजेपी की प्रॉब्लम है कि उन्होंने हजारों करोड़ रुपये सिर्फ मेरी इमेज खराब करने में लगा दिए हैं। लेकिन इससे मुझे और शक्ति मिलती है। क्यूंकि सच्चाई को छुपाया नहीं जाता, दबाया नहीं जाता।” उन्होंने कहा कि वह जब 25-26 साल के थे उसी वक्त उन्होंने इस यात्रा के बारे में सोच लिया था। लेकिन ये तब हो नहीं पाया। राहुल गांधी ने कहा कि इस यात्रा का सबसे ठीक समय यही है।