India News (इंडिया न्यूज),Meghalaya:मेघालय में लगातार हो रही बारिश ने लोगों का जीना मुश्किल कर दिया है। हालात बद से बदतर हो गए हैं। हालात ऐसे हैं कि इस आसमानी आफत के चलते लोगों की जान खतरे में है। मेघालय के वेस्ट गारो हिल्स और साउथ गारो हिल्स जिलों में भूस्खलन और बाढ़ के कारण 10 लोगों की मौत हो गई है। यहां पिछले शुक्रवार रात से लगातार बारिश हो रही है।
पांच जिलें बुरी तरह प्रभावित
अधिकारियों के मुताबिक मूसलाधार बारिश और भूस्खलन ने क्षेत्र के सभी पांच जिलों को बुरी तरह प्रभावित किया है। यहां रहने वाले लोगों को भारी मुश्किलों का सामना करना पड़ रहा है। बताया जा रहा है कि साउथ गारो हिल्स जिले के हटियासिया सोंगमा गांव में सात लोगों की मौत हो गई। ये लोग भूस्खलन के कारण मलबे में दब गए थे। इन लोगों में तीन महिलाएं भी शामिल हैं। इसके अलावा वेस्ट गारो हिल्स के दालू में बारिश के कारण तीन और ग्रामीणों की मौत हो गई।
10 लोगों की मौत
यानी अब तक कुल 10 लोगों की मौत हो चुकी है। मैदानी इलाकों में बाढ़ से तबाही शुक्रवार से हो रही बारिश के कारण पश्चिमी गारो हिल्स के दालू इलाके और मैदानी इलाकों में बाढ़ आ गई है, दक्षिणी गारो हिल्स का गसुपारा भी बुरी तरह प्रभावित है, जहां एक पुल बह गया है।
मुख्यमंत्री ने की समीक्षा
इस बीच राज्य के मुख्यमंत्री कोनराड के संगमा ने शनिवार को गारो हिल्स में बाढ़ की स्थिति की समीक्षा की। इस दौरान उन्होंने अधिकारियों को आपदा से निपटने के दिशा-निर्देश दिए।मृतकों के परिजनों को अनुग्रह राशि देने के निर्देश सीएम ने जान-माल के नुकसान पर भी गहरा दुख जताया है। संगमा ने मृतकों के परिजनों को तत्काल अनुग्रह राशि देने का भी आदेश दिया है। इसके साथ ही उन्होंने अधिकारियों को बाढ़ के कारण बह गए और क्षतिग्रस्त हो गए लकड़ी के पुलों का पुनर्निर्माण करने का भी निर्देश दिया है।
बचाव अभियान जारी
बताया जा रहा है कि हताहतों और अन्य नुकसान का ब्योरा जुटाया जा रहा है। वहीं, राष्ट्रीय और राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल की कई टीमें बाढ़ प्रभावित इलाकों में बचाव अभियान चला रही हैं। भूस्खलन के कारण कई जगहों पर सड़क संपर्क बाधित हो गया है। एनडीआरएफ और एसडीआरएफ की टीमें लोगों की मदद कर रही हैं। बाढ़ और भूस्खलन के कारण बिजली भी प्रभावित हुई है। अधिकारियों का कहना है कि इलाके के ज्यादातर हिस्सों में बिजली आपूर्ति बहाल कर दी जाएगी। साथ ही सड़कों पर पड़े मलबे को हटाने का काम भी किया जा रहा है।