India News (इंडिया न्यूज़), Rajasthan: राजस्थान के भ्रष्टाचार निरोधक ब्यूरो यानी ACB ने ऑर्गन ट्रांसप्लांट रैकेट पर एक बड़ी कार्रवाई में तीन लोगों को गिरफ्तार किया है। ये लोग पैसे के बदले फर्जी प्रमाण पत्र या NOC जारी करते हैं। जयपुर के सवाई मान सिंह अस्पताल के एक कर्मचारी ने कथित तौर पर ट्रांसप्लांट के लिए फर्जी प्रमाण पत्र जारी किया।

₹ 70,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा

ACB ने कहा कि इलाज के लिए जयपुर आए विदेशी नागरिकों को कई NOC जारी की गईं। मुंबई सहित कुछ राज्य के 12 अस्पताल एसीबी के रडार पर हैं। पुलिस उप महानिरीक्षक (एसीबी) रवि ने कहा कि एसएमएस अस्पताल के कर्मचारी और बिचौलियों को एनओसी के लिए कथित तौर पर ₹ 70,000 की रिश्वत लेते हुए रंगे हाथों पकड़ा गया।

उन्होंने बताया कि आरोपियों में एसएमएस अस्पताल का एक अधिकारी और ईएचसीसी अस्पताल तथा फोर्टिस अस्पताल के ऑर्गन ट्रांसप्लांट समन्वयक शामिल हैं।

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अधिकारी निलंबित

राज्य सरकार ने सोमवार को एक आदेश जारी कर कहा कि एसएमएस अस्पताल के सहायक प्रशासनिक अधिकारी गौरव सिंह को एसीबी द्वारा गिरफ्तार किए जाने के बाद निलंबित कर दिया गया है।एसीबी ने कहा कि शिकायत मिली थी कि एसएमएस अस्पताल का एक कर्मचारी बिचौलियों के साथ मिलकर संबंधित समिति की मंजूरी के बिना अंग प्रत्यारोपण के लिए फर्जी एनओसी जारी कर रहा था।

एसीबी ने शिकायत का सत्यापन किया और रविवार को एक टीम अस्पताल भेजी. वहां उन्होंने गौरव सिंह और ईएचसीसी अस्पताल के ऑर्गन ट्रांसप्लांट समन्वयक अनिल जोशी को 70,000 रुपये रिश्वत लेते हुए पकड़ लिया। उनके पास से तीन फर्जी एनओसी भी बरामद हुई।

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