अजय त्रिवेदी, लखनऊ:
Rajbhar with SP in UP Elections 2022: अगले पांच महीनों में हो रहे उत्तर प्रदेश विधानसभा के चुनावों में ओमप्रकाश राजभर की सुहेलदेव राजभर भारतीय समाज पार्टी (सुभासपा) समाजवादी पार्टी के साथ (Rajbhar with SP in UP Elections 2022) रहेगी। सपा मुखिया अखिलेश यादव से बुधवार को मुलाकात के बाद ओम प्रकाश राजभर ने यह साफ किया है। लगभग एक घंटे की मुलाकात के दौरान ओमप्रकाश राजभर ने विधानसभा चुनावों में सीटों के समझोते से लेकर साझा चुनाव प्रचार करने जैसी कई बातों पर सहमति बनाई।

Rajbhar with SP in UP Elections 2022 अखिलेश यादव ने न्योते को किया स्वीकार

राजभर ने कहा कि उन्होंने सपा बसपा कांग्रेस भाजपा को निमंत्रण दिया था। अखिलेश यादव ने उनके न्योते को स्वीकार किया और उनसे एक घंटे तक बात हुई। सुभासपा अध्यक्ष ने कहा कि 27 तारीख को महापंचायत रखी है जिसमें वंचित, दलित अल्पसंख्यक वर्ग के लोग शामिल होंगे और सीटों के लिए बैठ कर बात कर लेंगे। ओमप्रकाश राजभर ने कहा कि एक सीट भी समाजवादी पार्टी नहीं देगी तो भी हम उसके साथ (Rajbhar with SP in UP Elections 2022) रहेंगे।

ओमप्रकाश राजभर की पार्टी सुभासपा ने 27 अक्टूबर को पूर्वांचल के मऊ जिले में एक रैली का आयोजन किया है। राजभर ने इस रैली में ही अपने चुनावी गठबंधन के बारे में एलान करने की बात कही थी। सुभासपा के नेताओं का कहना है कि अब मऊ में होने वाली रैली को अखिलेश यादव भी संबोधित करेंगे और वहीं दोनो पार्टियां साथ चुनाव लड़ने का औपचारिक एलान कर देंगी।

Rajbhar with SP in UP Elections 2022 अखिलेश यादव से मुलाकात के बाद भाजपा पर साधा निशाना

पूर्वांचल की करीब डेढ़ दर्जन सीटों पर सुभासपा के प्रत्याशी सपा की मदद से चुनाव (Rajbhar with SP in UP Elections 2022) लड़ेंगे। कुछ सीटों पर राजभर के लोग सपा के सिंबल के साथ भी चुनाव लड़ेंगे। ओमप्रकाश राजभर के इस एलान के बाद अब साफ हो गया है कि छोटे दलों का भागीदारी मोर्चा नाममात्र का रह गया है। इस मोर्चे में शामिल कई दल पहले ही सपा के साथ आ चुके हैं। ओमप्रकाश राजभर ने बुधवार को अखिलेश यादव के साथ मुलाकात के तुरंत बाद ट्वीट कर लिखा कि अबकी बार, भाजपा साफ….सुभासपा और सपा आए साथ।

उन्होंने आगे लिखा कि दलितों, अल्पसंख्यकों व पिछड़ों के साथ सभी वर्गों को धोखा देने वाली भाजपा सरकार के दिन बचे हैं चार। गौरतलब है कि बीते सप्ताह ही ओमप्रकाश राजभर ने अपने भागीदारी मोर्चे के सहयोगियों के साथ बैठक के बाद कहा था कि उनके मुद्दे पर समर्थन देने पर वो किसी के साथ भी जा सकते हैं यहां तक कि भाजपा के साथ भी। पिछले महीने ओमप्रकाश राजभर के साथ भाजपा के प्रदेश अध्यक्ष स्वतंत्रदेव सिंह ने मुलाकात भी की थी। माना जा रहा था कि राजभर एक बार फिर भाजपा के साथ जा सकते हैं।

Rajbhar with SP in UP Elections 2022 राजभर बिरादरी के वोट पूर्वांचल में खासी तादाद में

अति पिछड़ी जाति में शुमार राजभर बिरादरी के वोट पूर्वांचल की कई सीटों पर खासी तादाद में हैं। इनमें देवरिया, बलिया, महराजगंज, बस्ती, संतबीरनगर, बहराइच, गाजीपुर, मऊ, आजमगढ़ और जौनपुर जिले शामिल हैं। खुद ओमप्रकाश राजभर गाजीपुर जिले की जहूराबाद सीट से विधायक चुने गए थे। बीते विधानसभा चुनावों में राजभर की पार्टी सुभासपा ने भाजपा के साथ मिल कर चुनाव लड़ा था और आठ सीटों पर अपने प्रत्याशी खड़े किए थे जिनमें से चार जीते थे। योगी सरकार में ओमप्रकाश राजभर को कैबिनेट मंत्री भी बनाया गया था। हालांकि 2019 के लोकसभा चुनावों में सीटों के बंटवारे पर राजभर की भाजपा से ठन गयी थी और उन्हें मंत्रिमंडल से बाहर होना पड़ा व गठबंधन टूट गया था।

Rajbhar with SP in UP Elections 2022 सपा को मिल सकता है छोटे दलों का साथ

राजभर की पार्टी सुभासपा का साथ पाने के बाद भागीदारी मोर्चे में शामिल कई अन्य छोटे दल भी सपा के पाले में आ सकते हैं। मोर्चे में शामिल महानदल, जनवादी क्रांति पार्टी पहले ही सपा के साथ आ चुकी हैं। मोर्चे के एक प्रमुख दल शिवपाल यादव की प्रगतिशील समाजवादी पार्टी लोहिया (पीएसपीएल) की भी बात सपा के साथ चल रही है। हालांकि वहां भी सीटों को लेकर बातचीत किसी अंतिम नतीजे पर नहीं पहुंची पर माना जा रहा है कि देर सबेर समझौता हो ही जाएगा।

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