India News (इंडिया न्यूज), Rajnath Singh: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह श्रीनगर पहुंच गए हैं। रक्षा मंत्री ने कहा कि मैं जवानों की शहादत को सलाम करता हूं। ऑपरेशन सिंदूर के दौरान आपने जो कुछ किया, उस पर पूरे देश को गर्व है। मैं एक नागरिक के तौर पर और रक्षा मंत्री के तौर पर आपका आभार व्यक्त करना चाहता हूं। इस समय जम्मू-कश्मीर के लोगों ने जो एकता दिखाई है, वह अपने आप में बहुत महत्वपूर्ण है। आपने सूझबूझ और जोश के साथ दुश्मन के ठिकानों को नष्ट किया है। भारत ने दिखा दिया है कि जब समय आता है, तो हम कड़े फैसले लेते हैं। ऑपरेशन सिंदूर भारत के इतिहास में आतंकवाद के खिलाफ की गई सबसे बड़ी कार्रवाई है।
उन्होंने भारत पर हमला किया, इसलिए हमने आतंकियों पर हमला किया है। पाकिस्तान को अपनी जमीन का इस्तेमाल आतंकवाद के लिए बंद करना चाहिए। पाकिस्तान ने भारत के साथ विश्वासघात किया है और उसे इसका खामियाजा भुगतना पड़ा है। अगर आतंकी गतिविधियां बढ़ती रहीं, तो ऐसी हरकतें भी बढ़ेंगी। जैसा कि पीएम मोदी ने कहा है कि आतंकवाद और बातचीत साथ-साथ नहीं चल सकते। अगर बातचीत होगी, तो सिर्फ आतंकवाद पर होगी। दुनिया जानती है कि हमारी सेना का निशाना अचूक है और जब वे निशाना साधते हैं, तो दुश्मन उसे गिन लेता है। आतंकवादियों ने धर्म के आधार पर हत्याएं की हैं, जबकि भारत ने उनके कर्मों के आधार पर उनका नाश किया है।
Rajnath Singh (ऑपरेशन सिंदूर के बाद श्रीनगर पहुंचे राजनाथ सिंह)
#WATCH श्रीनगर, जम्मू-कश्मीर: रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने कहा, “… पूरी दुनिया ने देखा है कि कैसे ग़ैर ज़िम्मेदाराना तरीक़े से पाकिस्तान द्वारा भारत को अनेक बार एटमी धमकियां दी गईं हैं। आज श्रीनगर की धरती से मैं पूरी दुनिया के सामने यह सवाल उठाना चाहता हूं कि क्या ऐसे ग़ैर… pic.twitter.com/F9tbVznUbK
— ANI_HindiNews (@AHindinews) May 15, 2025
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आज वह बादामी बाग छावनी गए। हाल ही में पाकिस्तान में भारतीय सेना द्वारा चलाए गए एक महत्वपूर्ण आतंकवाद विरोधी अभियान ऑपरेशन सिंदूर के बाद राजनाथ सिंह का कश्मीर घाटी का यह पहला दौरा होगा। इस लिहाज से इसे काफी अहम माना जा रहा है। श्रीनगर के इस दौरे के दौरान रक्षा मंत्री क्षेत्र में सुरक्षा स्थिति की समीक्षा कर सकते हैं और 15 कोर मुख्यालय में वरिष्ठ सैन्य अधिकारियों से बातचीत कर सकते हैं। श्रीनगर में अपना कार्यक्रम पूरा करने के बाद राजनाथ सिंह आज नई दिल्ली के लिए रवाना होंगे।
जम्मू के स्कूली शिक्षा निदेशालय ने बुधवार को घोषणा की कि जम्मू-कश्मीर के कुछ सीमावर्ती इलाकों में 15 मई को स्कूल फिर से खुलेंगे। यह खबर छात्रों और अभिभावकों के लिए राहत भरी है। भारत-पाकिस्तान तनाव के बीच जम्मू के सांबा, कठुआ, राजौरी और पुंछ जिलों के कई इलाकों में 15 मई से स्कूल खुलेंगे। इसी तरह राजौरी के पीरी, कालाकोट, थानमंडी, मोगला, कोटरंका, खवास, लोअर हथल और दरहाल इलाकों में कई दिनों के बाद स्कूल खुलेंगे। पुंछ के सुरनकोट और बुफलियाज में हालात सुधरने के बाद 15 मई से छात्र स्कूल जा सकेंगे।