India News (इंडिया न्यूज), Rajnath Singh on Arunachal Row: लोकसभा चुनाव से पहले चीन द्वारा किए गए अरुणाचल प्रदेश के 30 नामों को लेकर काफी चर्चा है। इसी क्रम में रक्षा मंत्री राजनाथ सिंह ने अरुणाचल प्रदेश के नामसाई में एक चुनावी रैली को संबोधित करते हुए इस मुद्दा पर अपनी बात रखी है। उन्होने चीन की इस हरकत की निंदा की और आगे सवाल किया कि क्या भारत द्वारा पड़ोसी देश में क्षेत्रों का नाम बदलने से वे भारतीय क्षेत्र का हिस्सा बन जाएंगे?

  • भारत को चीन के हाथों लगभग 1000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र खोना पड़ा
  • सत्ता में आने के बाद 2014 से हमने कांग्रेस की गलतियों को सुधारा है

भारत-चीन रिश्ता

सिंह ने कहा कि चीन की ओर से अरुणाचल प्रदेश के 30 स्थानों के नाम बदल दिए गए। साथ ही उसे अपनी वेबसाइट पर डाला गया। मैं अपने पड़ोसी को बताना चाहता हूं कि नाम बदलने से कुछ नहीं होने वाला है। अगर कल हम चीन के कुछ प्रांतों और कुछ राज्यों के नाम बदल दें तो क्या ऐसा करने से वे क्षेत्र भारत का हिस्सा बन जायेंगे? ऐसी हरकतों से भारत और चीन के रिश्ते खराब होंगे। हम अपने पड़ोसियों के साथ अच्छे संबंध बनाए रखना चाहते हैं लेकिन अगर कोई भारत के सम्मान को ठेस पहुंचाने की कोशिश करता है तो आज भारत उसका जवाब देने की ताकत रखता है।

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एक इंच भी जमीन नहीं

राजनाथ सिंह ने आगे आरोप लगाया कि कांग्रेस ने कभी भी सीमावर्ती क्षेत्रों को विकसित करने में रुचि नहीं दिखाई। इसके कारण भारत को चीन के हाथों लगभग 1000 वर्ग किलोमीटर क्षेत्र खोना पड़ा। उन्होंने भारत को लोगों को भरोसा दिलाते हुए कहा कि “मैं आपको विश्वास दिलाता हूं कि भारत अब कभी भी अपने पड़ोसी को एक इंच भी जमीन पर कब्जा नहीं करने देगा। हमारी पार्टी के सत्ता में आने के बाद 2014 से हमने कांग्रेस की गलतियों को सुधारा है और सीमावर्ती क्षेत्रों में बुनियादी ढांचा परियोजनाएं शुरू की हैं ताकि हमारी सीमाएं सुरक्षित रहें। एनडीए सरकार के लिए, सीमावर्ती गांव देश की रणनीतिक संपत्ति हैं। इससे पहले असम में एक रैली को संबोधित करते हुए गृहमंत्री अमित शाह ने भी इस मुद्दे पर अपनी राय रखी थी।