India News (इंडिया न्यूज), Ram Mandir: अयोध्या में रामलला की 500 सालों बाद वापसी हुई है। इस मौके पर सभी राम भक्तों में खुशी की लहर है। इस मौके पर दुनिया भर से राजनेता, क्रिकेटर, अभिनेताओं और कलाकार इतिहास देखने के पहुंचे हैं। हालाँकि, कई विपक्षी नेताओं ने विभिन्न कारणों का हवाला देते हुए इस समारोह में शामिल नहीं हुए हैं।
कांग्रेस ने न्योता ठुकराया
बता दें कि कांग्रेस पार्टी की ओर से कहा गया था कि इस कार्यक्रम को भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) और आरएसएस ने राजनीतिक रंग दे दिया है। इसलिए पार्टी प्रमुख मल्लिकार्जुन खड़गे, राहुल गांधी, सोनिया गांधी और अन्य लोग इस कार्यक्रम में शामिल नहीं होंगे। कांग्रेस नेता राहुल गांधी ने इसे ‘पूरी तरह से राजनीतिक नरेंद्र मोदी’ समारोह बताया था।
कहां हैं राहुल गांधी
कांग्रेस नेता राहुल गांधी इन दिनों ‘भारत जोड़ो न्याय यात्रा’ का नेतृत्व कर रहे हैं।यह यात्रा पूर्व से पश्चिम तक होगी। यह यात्रा हिंसाग्रस्त मणिपुर से शुरू हुई और फिलहाल असम में है। इस बीच राहुल गांधी और उनके समर्थक असम के बताद्रवा सत्र मंदिर के बाहर मौजूद हैं। उन्होंने आरोप लगाया कि उन्हें मंदिर के अंदर जाने से रोका जा रहा है। वायनाड सांसद ने कहा, “मुझे मंदिर में जाने की अनुमति नहीं दी जा रही है। वे नहीं चाहते कि मैं मंदिर जाऊं। यह स्पष्ट है कि आदेश ‘ऊपर’ से आया है।”
यह अन्याय है
कांग्रेस ने एक्स पर एक पोस्ट में कहा, “आज बीजेपी सरकार राहुल गांधी को मंदिर जाने से रोक रही है। बीजेपी सरकार को आस्था की रक्षा करने का अधिकार किसने दिया? यह अन्याय है, हम इसके खिलाफ लड़ते रहेंगे।” इससे पहले, असम के मुख्यमंत्री हिमंत बिस्वा सरमा ने राहुल गांधी से अनुरोध किया था कि वह सोमवार को राम मंदिर के ‘प्राण प्रतिष्ठा’ समारोह के दौरान बताद्रवा सत्र मंदिर का दौरा न करें क्योंकि इससे “असम की छवि खराब होगी।” सीएम ने कहा कि ”राम मंदिर और बताद्रवा के बीच कोई प्रतिस्पर्धा नहीं होनी चाहिए।”
Also Read:
- Ram Charan-Chiranjeevi: पिता-बेटे की जोड़ी पहुंची अयोध्या, लंबे इंतजार के बाद रामलला का होगा दर्शन
- United States: राष्ट्रपति पद की रेस से बाहर हुए फ्लोरिडा के गवर्नर , ट्रंप को लेकर कही ये बात
- Ram Mandir: क्या होती है प्राण प्रतिष्ठा, जिसका पीएम…