India News (इंडिया न्यूज़), NBFC License Cancel: रिजर्व बैंक ऑफ इंडिया ने आईडीएफसी फर्स्ट बैंक और एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस पर बड़ी कार्रवाई करते हुए जुर्माना लगाया है। साथ ही 4 एनबीएफसी का लाइसेंस रद्द कर दिया है। रिज़र्व बैंक ने आईडीएफसी फर्स्ट बैंक पर 1 करोड़ रुपये और एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस पर 49.70 लाख रुपये का जुर्माना लगाया है। आरबीआई ने शुक्रवार (5 अप्रैल) को ये कड़े फैसले लेते हुए जिन 4 एनबीएफसी के सर्टिफिकेट ऑफ रजिस्ट्रेशन कैंसिल कर दिए हैं। उनमें उत्तर प्रदेश की कुंडल्स मोटर फाइनेंस, तमिलनाड़ु की नित्या फाइनेंस, पंजाब की भाटिया हायर परचेज और हिमाचल प्रदेश की जीवनज्योति डिपॉजिट्स एंड एडवांसेज शामिल हैं। वहीं अब इस कार्रवाई के बाद अब ये चारों एनबीएफसी कारोबार नहीं कर पाएंगी।
आरबीआई ने क्यों लगाया जुर्माना?
आरबीआई के मुताबिक, आईडीएफसी फर्स्ट बैंक पर जुर्माना कुछ दिशानिर्देशों का सही से पालन नहीं करने की वजह से लगा है। यह बैंक लोन एवं एडवांस से जुड़े कुछ नियमों का उल्लंघन कर रहा था। वहीं आईडीएफसी फर्स्ट बैंक ने एक सार्वजनिक क्षेत्र की एक कंपनी को नियमों का उल्लंघन करते हुए लोन दिया था। साथ ही एलआईसी हाउसिंग फाइनेंस पर जुर्माना आरबीआई द्वारा जारी एनबीएफसी और हाउसिंग फाइनेंस कंपनी दिशानिर्देश, 2021 के कुछ नियमों के उल्लंघन के चलते लगाया गया है।
ग्राहकों पर नहीं पड़ेगा कोई असर
बता दें कि आरबीआई की ओर से इन दोनों ही कंपनियों को कारण बताओ नोटिस दिए गए थे। जिसके बाद संतोषजनक जवाब नहीं मिलने पर आरबीआई ने यह कदम उठाया है। इन दोनों ही मामलों में की गई कार्रवाई का किसी ग्राहक पर कोई प्रभाव नहीं पड़ेगा। वहीं एक दूसरे अधिसूचना में आरबीआई ने बताया कि 5 एनबीएफसी- ग्रोइंग अपॉर्चुनिटी फाइनेंस इंडिया, इनवेल कमर्शियल, मोहन फाइनेंस, सरस्वती प्रॉपर्टीज और क्विकर मार्केटिंग ने एनबीएफसी बिजनेस से बाहर हो जाने के चलते अपने लाइसेंस लौटा दिए हैं।