India News (इंडिया न्यूज़), RBI Cyber Threat Alert: भारतीय रिज़र्व बैंक ने सभी बैंकों को साइबर हमलों से होने वाले खातर से निपटने के लिए तैयार रहने को कहा है। साथ ही आरबीआई ने बैंकों से ऐसे किसी भी जोखिम को कम करने के लिए सुरक्षा बढ़ाने को कहा है। दरअसल, केंद्रीय बैंक के द्वारा साइबर सुरक्षा और सूचना प्रौद्योगिकी परीक्षा के माध्यम से बताया है कि आरबीआई ने कहा है कि जहां भी निरीक्षण में कमियां हैं, उसके लिए कार्रवाई बिंदु भी प्रदान किए। एक बैंकर ने कहा है कि आरबीआई के द्वारा बैंकों की साइबर सुरक्षा क्षमताओं में कमियों की पहचान करने के लिए एक अलग निरीक्षण करता है। इस बार उन्होंने हमसे मुलाकात की और एक सूची दी है जहां कमियों को दूर करने की आवश्यकता है।

डिप्टी गवर्नर ने पहले क्या कहा था?

दरअसल, आरबीआई के डिप्टी गवर्नर टी रबी शंकर ने पहले ही कहा था कि नए साइबर सुरक्षा जोखिमों के लिए बैंकिंग क्षेत्र को तैयार रहने की जरूरत है। उन्होंने कहा था कि हमें ग्राहकों के सुविधा और अन्य चीजों के बारे में सोचने की जरूरत है। साथ ही हमें सेवाएं प्रदान करने की भी जरूरत है। उन्होंने इस बात पर प्रकाश डाला था कि बैंकों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता के दुरुपयोग के जोखिमों को पहचानने के साथ-साथ कम करने के लिए अपने एन्क्रिप्टेड सिस्टम को पूरी तरह से पुनर्निर्माण करना पड़ सकता है। उन्होंने आगे कहा कि हमें एआई के साथ समस्याओं को भी समझने की जरूरत है।

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पिछले कुछ सालों में बढ़े साइबर हमला के मामले

बता दें कि आरबीआई की यह चेतावनी हाल के वर्षों में बैंकिंग प्रणाली में साइबर सुरक्षा उल्लंघनों में वृद्धि के बाद आई है। भारतीय सरकार के संसद में प्रतिक्रिया के मुताबिक, भारतीय बैंकों ने जून 2018 और मार्च 2022 के बीच हैकर्स और बदमाशों द्वारा 248 सफल डेटा उल्लंघनों की सूचना दी। जिसमें से 41 मामलों की सूचना सार्वजनिक क्षेत्र के बैंकों ने दी। वहीं प्राइवेट क्षेत्र के बैंकों द्वारा 205 मामलों की जानकारी दी गई। साथ ही विदेशी बैंकों ने दो मामले दर्ज किए हैं।

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