दोनों ने एक साथ यूपीएससी में सफलता पाकर कायम की मिसाल
इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
Real sisters became youth icons: सफलता पाना हर किसी का सपना होता है। सफलता के लिए कड़ी मेहनत और लगन की जरूरत होती है। किसी भी व्यक्ति की सफलता में उसके परिवार, भाई बहन व अन्य परिजनों का बहुत योगदान होता है। परंतु यदि दो बहने एक साथ सफलता पाएं तो खुशी का ठिकाना नहीं रहता। ऐसा ही कारनामा करके दिखाया है दिल्ली की सृष्टि और सिमरन ने। दोनों सगी बहनों ने इस बार यूपीएससी में सफलता प्राप्त की है।

लाखों की नौकरी छोड़कर की तैयारी (Real sisters became youth icons:)

रोहिणी सेक्टर-15 निवासी दोनों बहनें जो कि मूल रूप से आगरा की हैं ने यूपीएससी की तैयारी के लिए ने इंजीनियरिंग और इॅकोनोमिक्स आनर्स की डिग्री पाने के बाद मल्टीनेशनल कंपनियों के लाखों के पैकेज छोड़ दिया।

373वीं और 474वीं रैंक प्राप्त की (Real sisters became youth icons:)

दोनों बहनों ने अपनी मेहनत के बूते यूपीएससी में सफलता हासिल की। इसमें सृष्टि को 373वीं और सिमरन को 474वीं रैंक प्राप्त हुई।

इस तरह करतीं थी तैयारी (Real sisters became youth icons:)

अपनी तैयारी संबंधी बात करते हुए दोनों बहनों ने बताया कि घर छोटा होने के चलते जगह नहीं होती थी तो दोनों बहनें पास की ही लाइब्रेरी में जाकर तैयारी करती थीं। परिवार में पिता नीरज कुमार प्रापर्टी का काम करते हैं और मां सुमन गृहिणी हैं। सृष्टि और सिमरन कहती हैं कि कठिन परिश्रम और लक्ष्य पर फोकस रखने, अपना 100 फीसदी देकर तैयारी करने से सफलता जरूरत मिलती है। ध्यान को भटकने नहीं देना है।