India News (इंडिया न्यूज), RG Kar Doctor Murder: पश्चिम बंगाल की राजधानी कोलकाता के आरजी कर कॉलेज और अस्पताल में जूनियर डॉक्टर के रेप और मर्डर के बाद सिर्फ कॉलेज प्रशासन ही नहीं पुलीस ने भी काफी कुछ छिपाने की कोशिश की। वहीं इस मामले में रोज नए सबूत मिल रहे हैं। दरअसल जब अस्पताल प्रशासन को पता चला कि जूनियर डॉक्टर का मर्डर हो गया है, तो उनका हाथ फूल गया। सीबीआई सूत्रों के अनुसार पुलिस को 50 मिनट तक सूचना नहीं दी गई। साथ ही माता-पिता को भी काफी देर से सूचना दी गई। लेकिन सूचना मिलने के बाद जब पुलिस पहुंची तो वह भी जल्दबाजी में दिखी। यहां तक कि जब पुलिस शव लेकर श्मशान पहुंचे तो वहां उनसे कहा गया। पहले अंतिम संस्कार कर लो। यह देखकर श्मशान घाट पर मौजूद कर्मचारी काफी हैरान रह गए।
कोलकाता पुलिस ने क्यों दिखाई सख्ती
बता दें कि, पुलिस जूनियर डॉक्टर का अंतिम संस्कार करने कोलकाता के पानी हाटी श्मशान घाट पहुंची थी। दरअसल, श्मशान घाट के कर्मचारी राजू ने बताया कि उसका कान कटा हुआ था और चेहरे पर गंभीर चोट के निशान थे। केयरटेकर भोलानाथ ने जो बताया वह चौंकाने वाला था। उन्होंने कहा कि उस रात जब शव पहुंचा तो उसके साथ भारी पुलिस बल था। उस इलाके के काउंसलर भी साथ आए थे। परिवार के लोग भी थे। लेकिन उस समय हमारे पास 2 और शव थे। लेकिन उनके आते ही पुलिस ने कहा कि सब कुछ बंद करो, पहले हमें इस लड़की का अंतिम संस्कार करना है।
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उसने आगे बताया कि इसलिए सबने मिलकर पहले उस लड़की का अंतिम संस्कार किया। उस समय न तो परिवार से किसी ने हमें घटना के बारे में कुछ बताया और न ही बाद में इसका कोई जिक्र हुआ। पुलिस कानून व्यवस्था का हवाला दे रही थी। शायद इसीलिए उन्होंने हमें जल्दी से जल्दी अंतिम संस्कार करने को कहा। इस बात का भी डर था कि शव सड़ न जाए।
सीबीआई को है कुछ छिपाने का शक
सीबीआई की टीम को शक है कि कहीं कुछ छिपाया जा रहा है। इसीलिए आरजी कर कॉलेज के पूर्व प्रिंसिपल डॉ. संदीप घोष से लगातार चौथे दिन पूछताछ की जा रही है। सीबीआई उनसे हर दिन 10 से 12 घंटे पूछताछ की जा रही है। उनसे पूछा जा रहा है कि पुलिस को सूचना देने में इतना समय क्यों लगा। जिस जगह हत्या हुई, वहां तुरंत मरम्मत का काम क्यों शुरू किया गया? दूसरी ओर मुख्य आरोपी संजय रॉय के बयानों में भी विरोधाभास है। पूछताछ के दौरान सीबीआई को लग रहा है कि संजय रॉय जरूर कुछ सच छिपा रहा है। इसलिए अब उसका पॉलीग्राफ टेस्ट कराने का फैसला लिया गया है।
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