India News (इंडिया न्यूज), Uddhav Thackeray: यवतमाल में चुनाव अधिकारियों द्वारा उद्धव ठाकरे के सामान की नियमित जांच सत्तारूढ़ महायुति गठबंधन और विपक्षी महा विकास अघाड़ी (एमवीए) के बीच चुनावी माहौल का ताजा मुद्दा बन गई है। महायुति नेताओं ने कहा कि ठाकरे को अपने “चोरी किए गए पैसे” पकड़े जाने का डर है, वहीं एमवीए ने जानना चाहा कि क्या सत्तारूढ़ गठबंधन के वरिष्ठ नेताओं के बैगों की भी चुनाव प्रचार के दौरान इसी तरह जांच की गई थी। ठाकरे की ओर से मोर्चा संभालते हुए शिवसेना (यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने आरोप लगाया कि महाराष्ट्र में मुख्यमंत्री एकनाथ शिंदे और उनके डिप्टी अजीत पवार द्वारा भारी मात्रा में पैसे बांटे जा रहे हैं।
संजय राउत ने कही ये बात
उद्धव ठाकरे के बैग की चेकिंग करने के बाद शिवसेना(यूबीटी) के सांसद संजय राउत ने कहा कि, “चुनाव आयोग अपना काम करता है, हमें कोई समस्या नहीं है। लेकिन, एकनाथ शिंदे और अजीत पवार ने 25-25 करोड़ रुपये भेजे हैं। क्या चुनाव आयोग महायुति नेताओं के सामान और हेलीकॉप्टरों की जांच करता है? क्या महायुति नेताओं के बैग में केवल अंडरवियर है?” सोमवार को उद्धव ठाकरे ने वानी हेलीपैड पर चुनाव अधिकारियों द्वारा उनके बैगों की तलाशी लेने का 150 सेकंड का वीडियो पोस्ट किया। वीडियो, जिसे संभवतः ठाकरे ने खुद बनाया है। इस वीडियो में वे चुनाव अधिकारियों से पूछते हुए दिखाई दे रहे हैं कि क्या वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी और गृह मंत्री अमित शाह के बैग की जांच करते हैं, जब वे रैलियों को संबोधित करने के लिए महाराष्ट्र आते हैं।
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उद्धव ठाकरे को मिला शरद पवार का समर्थन
उद्धव ठाकरे को एनसीपी सुप्रीमो शरद पवार का भी समर्थन मिला। पवार ने कहा, “सत्ता उनके हाथ में है। यह विरोधियों को परेशान करने का प्रयास है। उन्हें इसका खामियाजा भुगतना पड़ेगा।” आप के राज्यसभा सांसद संजय सिंह, जिनकी पार्टी इंडिया ब्लॉक का हिस्सा है। उन्होंने कहा कि पूर्व मुख्यमंत्री के सामान की जांच सिर्फ ठाकरे को “अपमानित” करने के लिए की गई थी। संजय सिंह ने ट्वीट किया, “जब चुनाव होता है, तो मोदी की कठपुतलियांसक्रिय हो जाती हैं। आज, चुनाव को प्रभावित करने और शिवसेना (यूबीटी) नेता उद्धव ठाकरे को अपमानित करने के लिए, उनके हेलीकॉप्टर की जांच की गई।”
भाजपा ने किया पलटवार
विपक्षी नेताओं की आलोचना के बीच, भाजपा ने भी पलटवार करने की कोशिश की और पूछा कि अगर ठाकरे के पास छिपाने के लिए कुछ नहीं है, तो एमवीए द्वारा की गई चीख-पुकार क्या है। भाजपा के आईटी सेल प्रमुख अमित मालवीय ने कहा कि, “उद्धव ठाकरे द्वारा चुनाव आयोग के अधिकारियों को उनके काम के लिए धमकाना आज की सबसे बुरी बात है। उनकी भाषा गली के गुंडे से भी बदतर है। वह उनसे अपने ‘मूत्र पात्र’ की भी जांच करने के लिए कहते हैं। यह शर्मनाक आदमी कुछ समय पहले तक महाराष्ट्र का मुख्यमंत्री था। यह एमवीए का घिनौना चेहरा है।”
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भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने दी ये प्रतिक्रिया
भाजपा सांसद अनुराग ठाकुर ने कहा कि यह चुनाव अधिकारियों द्वारा किया जाने वाला एक नियमित निरीक्षण था। ठाकुर ने कहा, “चुनाव आयोग अपना काम करता है… वे हमारे बैग की भी जांच करते हैं। अगर कुछ नहीं है, तो डरने की क्या जरूरत है? एक दोषी विवेक को किसी चोर की दाढ़ी में तिनका की जरूरत नहीं होती।”पूर्व सांसद और वरिष्ठ भाजपा नेता किरीट सोमैया ने सवाल किया कि क्या उद्धव ठाकरे खुद को सम्राट समझते हैं, क्योंकि राजनीतिक दलों से इतर सभी नेताओं के सामान की जांच चुनाव अधिकारी करते हैं। सोमैया ने कहा, “देवेंद्र फडणवीस के सामान की भी जांच की जाती है। क्या उद्धव ठाकरे खुद को बादशाह समझते हैं? उद्धव को डर है कि उनके चुराए हुए पैसे पकड़े जाएंगे।”