India News (इंडिया न्यूज), Russian Bomb: रूसी रक्षा मंत्रालय ने अपने नए बम का परिचय देते हुए एक वीडियो जारी किया है। इस बम का इस्तेमाल रूसी वायुसेना कर रही है। इस हवाई बम का नाम FAB-3000 है। इस बम में नया गाइडेंस सिस्टम लगाया गया है। यह पुराने बमों की तरह सीधा नहीं गिरता। बल्कि हवा में तैरते हुए लक्ष्य की ओर बढ़ता है। यह एक ऐसा बम है जो बेहद सटीक और भयानक विनाश करता है। इसमें नया यूनिफाइड मॉड्यूल ऑफ प्लानिंग एंड करेक्शन (UMPK) लगाया गया है। यह नेविगेशन सिस्टम वाला एक विंग है। जो हवा में बम को दिशा और गति प्रदान करता है। रूस अपनी वायुसेना के Su-34 बॉम्बर के जरिए यूक्रेन में यह बम गिरा रहा है।
कुछ लोग इसे अमेरिकी बम JDAM-ER का रूसी वर्जन भी कह रहे हैं। UPMK एक खास तरह का गाइडेंस सिस्टम है, जो इनर्शियल नेविगेशन और सैटेलाइट नेविगेशन का मिश्रण है। यानी इस बम को थोड़े खराब मौसम में भी गिराया जा सकता है। बम के पंख पहले मुड़े हुए होते हैं। फायर करने के बाद ये खुल जाते हैं।
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हवा में तैरकर लक्ष्य की ओर बढ़ता है यह बम
बम को हवा में तैराकर लक्ष्य की ओर ले जाया जाता है, इस बम का वजन तीन टन है। इसमें इसके आधे वजन के बराबर TNT भरा हुआ है। इसे 70 किलोमीटर की दूरी से लक्ष्य की ओर दागा जा सकता है। अगर यह लक्ष्य से 300 फीट दूर भी गिरता है तो लक्ष्य पूरी तरह नष्ट हो जाएगा। क्योंकि इसका विस्फोट बहुत खतरनाक होता है।
यह बम यूक्रेन की कम दूरी की वायु रक्षा प्रणाली की पहुंच से बहुत दूर है। FAB-3000 सोवियत काल में बनाया गया था। यह एक सामान्य उद्देश्य वाला उच्च विस्फोटक हवाई बम है। इसका वजन 3000 किलोग्राम है। यह बम करीब 13.8 फीट लंबा है। इसका व्यास 2.1 फीट है।
3000 किलोग्राम के बम में 1400 किलोग्राम विस्फोटक
इसमें खतरनाक विस्फोटकों का मिश्रण होता है। इसमें ट्राइटोनॉल भरा होता है। यानी टीएनटी और एल्युमीनियम पाउडर। इससे विस्फोट की शक्ति बढ़ जाती है। इसमें कई तरह के फ़्यूज़ लगाए जा सकते हैं। यानी लक्ष्य और विस्फोट के प्रकार के आधार पर फ़्यूज़ लगाया जाता है। इस बम में करीब 1400 किलोग्राम हाई-एक्सप्लोसिव मटीरियल होता है। इस बम के विस्फोट की त्रिज्या बहुत बड़ी रही है।
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