India News(इंडिया न्यूज), S Jaishankar: राजनयिक से राजनेता बने एस जयशंकर ने मंगलवार को लगातार दूसरी बार विदेश मंत्री का कार्यभार संभाला। जयशंकर भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के उन वरिष्ठ नेताओं में शामिल हैं, जिन्हें पिछली सरकार में संभाल रहे मंत्रालयों की जिम्मेदारी फिर से सौंपी गई है। राजनाथ सिंह, अमित शाह, नितिन गडकरी और निर्मला सीतारमण समेत कई वरिष्ठ नेताओं को फिर से वही मंत्रालय सौंपे गए हैं, जो पिछली सरकार में उनके पास थे। जयशंकर प्रसाद उनमें से एक हैं। आज ये मंत्री कार्यभार संभालने में व्यस्त हैं। इस बीच, जयशंकर ने पड़ोसी देश चीन और पाकिस्तान को लेकर भारत का रुख क्या रहने वाला है, इस पर बयान दिया है। आइए इस खबर में आपको पूरी जानकारी बताते हैं।
चीन और पाकिस्तान के साथ रिश्तों पर बोले जयशंकर
विदेश मंत्री जयशंकर ने अगले पांच सालों के लिए चीन और पाकिस्तान के साथ संबंधों पर भारत का रुख भी स्पष्ट किया है। उन्होंने कहा, कि ”किसी भी देश में, खासकर लोकतंत्र में, जब लगातार तीन बार सरकार चुनी जाती है, तो यह बहुत बड़ी बात होती है। इससे निश्चित रूप से दुनिया को एहसास होगा कि भारत में राजनीतिक स्थिरता है।” उन्होंने आगे कहा कि ”जहां तक चीन और पाकिस्तान का सवाल है, इन देशों के साथ भारत के संबंध थोड़े अलग हैं। इस वजह से समस्याएं भी अलग हैं। चीन के संबंध में हमारा ध्यान सीमा मुद्दों का समाधान खोजने पर होगा और पाकिस्तान के साथ हम सीमा पार आतंकवाद के सदियों पुराने मुद्दे का समाधान खोजना चाहेंगे। ये ऐसे मुद्दे हैं जो वर्षों से समस्या पैदा कर रहे हैं लेकिन हल नहीं हुए हैं।”
पीएम मोदी का किया धन्यवाद
इसी के साथ शपथ ग्रहण में जयशंकर को एक बार फिर विदेश मंत्री के तौर पर चुना गया जिसके बाद जयशंकर ने ‘एक्स’ पर कहा, कि ”मैंने विदेश मंत्री का पदभार संभाला। मुझे यह जिम्मेदारी सौंपने के लिए प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी का धन्यवाद।” वर्ष 2019 में विदेश मंत्री का पदभार संभालने वाले जयशंकर ने वैश्विक मंच पर कई जटिल मुद्दों पर भारत के रुख को स्पष्ट रूप से व्यक्त करने की अपनी क्षमता का आत्मविश्वास से प्रदर्शन किया है। जयशंकर ने रूस-यूक्रेन युद्ध, भारत की जी-20 अध्यक्षता, रूस से तेल खरीद समेत कई मामलों पर भारत के हितों को प्राथमिकता दी है। आपको बता दें कि विदेश मंत्री के तौर पर जयशंकर को काफी प्रशंसा मिली थी। लोगों ने उन्हें इतना स्नेह दिया कि वह एक बार फिर इस पद के लिए नियुक्त किए गए।