India News(इंडिया न्यूज),S Jayshankar: भारतीय विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने बेबाक बयान के चलते अकसर देश दुनिया की राजनीति में सुर्खियां बटोरते रहते है। वहीं एक बार फिर अपने बेबाक अंदाज में संयुक्त राष्ट्र पर निशाना साधते हुए विदेश मंत्री जयशंकर ने कहा कि, अगर संयुक्त राष्ट्र अपनी संरचना में सुधार नहीं करेगा तो लोग बाहर इसका समाधान ढूंढना शुरू कर देंगे। बता दें कि, विदेश मंत्री रविवार को तिरुवनंतपुरम स्थित भारतीय अंतरिक्ष विज्ञान और प्रौद्योगिकी संस्थान पहुंचे थे। यहां उन्होंने छात्रों को संबोधित किया।

मनमौजी बस यात्री से की तूलना

इसके साथ हीं विदेश मंत्री एस जयशंकर ने यूएन के स्थाई सदस्यों की तुलना बस में बैठे मनमौजी उस यात्रियों से की जो कि सीट छोड़ने का नाम नहीं लेते। बता दें कि, केंद्रीय मंत्री ने कहा कि, मैंने कहीं न कहीं अविवेकपूर्ण तरीके से इसे बस यात्रियों की तरह वर्णित किया। सीट पर पांच लोग बैठे हैं। यहां सीट पर बैठा एक व्यक्ति अगले व्यक्ति के लिए सीट खाली नहीं करता। बस में कोई यात्री थका हुआ होता है तो कोई यात्री बच्चे को लेकर जा रहा है लेकिन सीट पर बैठे यात्री उठेंगे नहीं।

यूएन की आलोचना

इसके साथ ही विदेश मंत्री जयशंकर ने आगे ने कहा कि, दबाव तो होना ही चाहिए। अफ्रीका में 54 देश हैं लेकिन उनका एक भी सदस्य नहीं है। लैटिन अमेरिका का भी एक सदस्य नहीं है। यूएन में कोई देश नहीं है, जो विश्व की सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था का प्रतिनिधित्व करती हो। यूएन में ऐसा कोई देश नहीं है, जो विश्व की पांचवी सबसे बड़ी अर्थव्यवस्था नहीं है। अगर यूएन में सुधार नहीं होगा तो लोग इसका समाधान बाहर ढूंढने लगेंगे और यह बात संयुक्त राष्ट्र को समझना होगा।

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