India News (इंडिया न्यूज), S Jaishankar On VETO Power : भारत के विदेश मंत्री एस जयशंकर अपने धमाकेदार बयानों की वजह से रूस से लेकर अमेरिका तक फैमस हैं। एस जयशंकर ने हमेशा ही चाहे वो देश में हो या विदेशी धरती पर हो भारत का स्टेंड खुलकर बीना किसी के दबाव में रखा है। विदेश मंत्री ने हमेशा अपने बयानों से दुनिया को ये स्पष्ट किया है कि भारत किसी भी देश के आगे झुकेगा नहीं, भारत वही करेगा जो उसके उसे सही लगेगा। इसी कड़ी में शनिवार को एक इवेंट में बोलते हुए एस जयशंकर ने कहा कि भारत कभी भी दूसरों को अपने फैसलों पर वीटो लगाने की अनुमति नहीं देगा और वह किसी डर की परवाह किए बिना राष्ट्रीय हित और वैश्विक भलाई के लिए जो भी सही होगा वह करेगा। अपने बयान में जयशंकर ने किसी देश का नाम न लिया हो लेकिन उनका इशारा सीधे तौर पर चीन की ओर था। क्योंकि अक्सर चीन यूएन में भारत से जुड़े प्रस्ताव वर वीटो का इस्तेमाल कर अड़ंगा लगाता रहा है।
‘भारत अवश्य करेगा प्रगति’
मुंबई में हुए एक समारोह में वीडियो संदेश के जरिए बोलते हुए विदेश मंत्री ने कहा कि, जब भारत वैश्विक चेतना में अधिक गहराई से अंकित हो जाता है, तो इसके परिणाम वास्तव में बहुत जबर्दस्त होते हैं। उन्होंने आगे कहा कि अस्वस्थ आदतों, तनावपूर्ण जीवनशैली या बार-बार होने वाली जलवायु घटनाओं से जूझ रही दुनिया में भारत की विरासत से बहुत कुछ सीखा जा सकता है, लेकिन दुनिया को तभी पता चलेगा जब देशवासी इस पर गर्व करेंगे।
जयशंकर ने कहा कि वैश्वीकरण के युग में प्रौद्योगिकी और परंपरा को एक साथ चलना होगा। उन्होंने कहा, ‘भारत अवश्य ही प्रगति करेगा, लेकिन उसे अपनी भारतीयता खोए बिना ऐसा करना होगा। तभी हम बहुध्रुवीय विश्व में वास्तव में अग्रणी शक्ति के रूप में उभर पाएंगे।
‘भारत महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है’
जयशंकर ने कहा कि भारत आज एक महत्वपूर्ण मोड़ पर खड़ा है । पिछले दशक ने दिखाया है कि उसके पास क्षमताएं, आत्मविश्वास और सबसे महत्वपूर्ण बात, व्यापक मोर्चों पर विकास को आगे बढ़ाने की प्रतिबद्धता है। बता दें कि जयशंकर को 27वें ‘एसआईईएस श्री चंद्रशेखरेंद्र सरस्वती नेशनल एमिनेंस अवॉर्ड’ से सम्मानित किया गया है। मुंबई में आयोजित इस समारोह में विदेश मंत्री शामिल नहीं हुए लेकिन उन्होंने अपना वीडियो संदेश भेजा। उन्होंने कहा, ‘स्वतंत्रता को कभी भी तटस्थता के साथ भ्रमित नहीं किया जाना चाहिए। हम ‘संगत’ होने के किसी डर की परवाह किए बिना अपने राष्ट्रीय हित और वैश्विक भलाई के लिए जो भी सही होगा, वह करेंगे। भारत कभी भी दूसरों को अपने फैसलों पर वीटो लगाने की अनुमति नहीं दे सकता।