India News (इंडिया न्यूज़), Sachin Pilot, दिल्ली: राजस्थान कांग्रेस के नेता सचिन पायलट ने कहा कि कर्नाटक के लोगों ने कांग्रेस के घोषणापत्र पर भरोसा किया और “40% सरकार” सरकार को नकार दिया। राजस्थान में पिछली सरकार में भ्रष्टाचार हुआ लेकिन “किसी कारण से” पिछले चार वर्षों में कार्रवाई नहीं की गई है। सचिन पायलट अजमेर से जयपुर तक जन संघर्ष यात्रा लेकर निकले है। वह आज जयपुर पहुंचने वाले है। 11 मई से यह यात्रा शुरु हुई थी।
- पेपर लीक का मामला फिर उठाया
- 4 साल से भष्टाचार पर कोई कार्रवाई नहीं
- जनता ने स्वीकार किया इस यात्रा को
उन्होंने कहा, “इसमें कोई दर्द नहीं है कि हम कुछ दिनों के लिए धूप में चल रहे हैं। लेकिन उन युवाओं के बारे में सोचिए जिनकी परीक्षा प्रश्न पत्र लीक होने के कारण रद्द हो गई। बच्चे तैयारी करतें है, कोचिंग का पैसा देते है फिर पेपर लीक हो जाता है। यह भष्टाचार के कारण होता है। 4 सालों में इसपर कोई कार्रवाई नहीं हुए।”
आरोप लगाना आसान
पायलट ने कहा, “मेरी मांग बहुत साधारण है। मैंने किसी का अपमान नहीं किया, कभी किसी को गाली नहीं दी। मैं जो कह रहा हूं वह यह है कि लोग देख रहे हैं कि हम क्या कार्रवाई कर रहे हैं। आरोप लगाना आसान है।”
2020 से विवाद
सचिन पायलट ने कहा कि वह यह दावा नहीं कर रहे हैं कि उनके (वसुंधरा राजे और गहलोत) के बीच कुछ करार है। पायलट ने कहा, “लेकिन विपक्ष यह दावा कर सकता है कि अगर हम पिछली सरकार के भ्रष्टाचार के मामलों के खिलाफ कार्रवाई नहीं करते हैं।” सचिन पायलट और अशोक गहलोत के बीच साल 2020 से शीतयुद्ध चल रहा है। तब पायलट को उपमुख्यमंत्री पद से हटा दिया गया था। वह कांग्रेस के प्रदेश अध्यक्ष भी थे उन्हें हटा कर गोंविद सिंह गोटासरा को यह पद दे दिया गया था।
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