India News (इंडिया न्यूज), Sambhal Violence: उत्तर प्रदेश के संभल में सांप्रदायिक हिंसा भड़क गई है। जहां जामा मस्जिद का सर्वे करने पहुंची टीम को देखकर लोग भड़क गए। इस दौरान भीड़ ने पथराव और आगजनी की। जिसमें कई पुलिसकर्मी घायल हो गए और तीन लोगों की मौत हो गई। वहीं इस घटना पर श्री पंच जूना अखाड़े के महामंडलेश्वर और शिव शक्ति धाम के महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती गिरि का बड़ा बयान आया है। उन्होंने कहा कि संभल में जो हुआ वह बेहद निराशाजनक है। आज जिहादियों की भीड़ में इतनी हिम्मत आ गई है कि उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया। उन्होंने कहा कि अब तक कश्मीर में ही सेना और पुलिस पर पथराव होता था। उन्होंने आगे कहा कि आज योगी आदित्यनाथ जैसा योग्य और सक्षम मुख्यमंत्री है, इसके बावजूद उनमें इतनी हिम्मत आ गई है कि उन्होंने पुलिस पर पथराव शुरू कर दिया।

नरसिंहानंद सरस्वती ने क्या दावा किया?

बता दें कि, सर्वेक्षण को लेकर नरसिंहानंद सरस्वती गिरि ने कहा कि पुलिस का क्या दोष है? न्यायालय का निर्णय आया कि जिस स्थान को जामा मस्जिद कहा जाता था, जो पहले कथित तौर पर हरिहर मंदिर था, उसका सर्वेक्षण किया जाना चाहिए। उन्होंने आगे कहा कि ये लोग सर्वेक्षण से क्यों डर रहे हैं, क्योंकि इनके मन में चोर है। कहावत है कि चोर की दाढ़ी में तिनका होता है। शिव शक्ति धाम के महंत ने दावा किया कि यदि सर्वेक्षण कराया जाए तो वहां मंदिर मिलेगा। दुनिया की सभी प्राचीन मस्जिदें किसी न किसी मंदिर या पूजा स्थल को तोड़कर बनाई गई हैं। यति नरसिंहानंद ने कहा कि इन जिहादियों ने जिस देश में गए, उसे बर्बाद कर दिया।

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संभल सांसद पर लगाए गंभीर आरोप

महंत यति नरसिंहानंद सरस्वती गिरि ने संभल से सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क पर गंभीर आरोप लगाए। उन्होंने कहा कि मुख्यमंत्री योगी आदित्यनाथ से अनुरोध है कि सपा सांसद जियाउर्रहमान बर्क की भूमिका की जांच की जाए। यति नरसिंहानंद ने दावा किया कि जियाउर्रहमान बर्क सांसद होते हुए लोगों को दंगा भड़का रहे हैं। इसके साथ ही यति नरसिंहानंद सरस्वती ने मांग की है कि संभल हिंसा में जियाउर्रहमान बर्क की भूमिका की जांच की जाए और उसे सजा दी जाए। उन्होंने कहा कि इस दंगे की गहन जांच होनी चाहिए और इसमें जो भी दोषी हैं, उनमें से किसी को भी बख्शा नहीं जाना चाहिए। इससे यह सुनिश्चित होगा कि योगी के राज में कोई भी अपराधी ऐसा अपराध करने की हिम्मत नहीं कर पाएगा।

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