India News (इंडिया न्यूज़) Same Sex Marriage दिल्ली: देश की सर्वोच्च न्यायलय सुप्रीम कोर्ट में आज समलैंगिक विवाह पर सुनवाई का तीसरा दिन है। बुधवार को हुई सुनवाई में याचिकाकर्ताओं ने समानता के अधिकार के तहत समलैंगिक विवाह के लिए कानून बनाने की मांग की है।
हमने समलैंगिकता को अपराध से बाहर किया- जस्टिस डीवाई चंद्रचूड़
सुप्रीम कोर्ट के मुख्य न्यायाधीश डीवाई चंद्रचूड़ ने कहा कि हमने इससे पहले भी समलैंगिकता को अपराध से बाहर किया है। हमने न केवल एक ही लिंग वयस्कों के बीच संबंधों को मान्यता दी है, बल्कि हमने यह भी माना है कि जो लोग समान लिंग के हैं वे भी स्थिर संबंधों में होंगे जो कि एक विवाह जैसा रिश्ता है। हम समलैंगिकता को अपराध की श्रेणी से बाहर करके, हम स्वीकार करते हैं कि समलैंगिक संबंध केवल शारीरिक संबंध नहीं हैं बल्कि एक स्थिर, भावनात्मक संबंध से कुछ अधिक बढ़कर है।