India News (इंडिया न्यूज़),Sanatan Dharma : तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की ‘सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए वाली टिप्पणी पर राम जन्मभूमि के मुख्य पुजारी आचार्य सत्येन्द्र दास ने कहा कि सनातन धर्म को किसी भी कीमत पर ख़त्म नहीं किया जा सकता। सनातन धर्म’ सदियों से अस्तित्व में है और रहेगा। उदयनिधि स्टालिन ‘सनातन धर्म’ का वास्तविक अर्थ नहीं समझते हैं, वह जो भी कह रहे हैं वह बिल्कुल गलत है।
क्या है पूरा मामला?
बता दें उदयनिधि स्टालिन ने धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की है। मिली जानकारी के अनुसार उदयनिधि ने शनिवार को सनातन उन्मूलन सम्मेलन में दिए बयान में कहा,”सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे मिटाना है। इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है। सनातन नाम संस्कृत का है। यह सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है।”
बाबा साहब अंबेडकर के ‘सर्वधर्म समभाव’ की भूमिका
तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन की ‘सनातन धर्म को खत्म कर देना चाहिए’ वाली टिप्पणी पर महाराष्ट्र कांग्रेस प्रमुख नाना पटोले ने कहा, “कांग्रेस का रुख साफ है, हम किसी धर्म पर टिप्पणी नहीं करना चाहते या किसी की भावनाओं को ठेस पहुंचाना नहीं चाहते। हम बाबा साहब अंबेडकर के ‘सर्वधर्म समभाव’ की भूमिका साथ लेकर चलते हैं, किसने क्या बोला वे हमारे हाथ में नहीं है।”
ये भी पढ़ें –
- 03 September 2023 Rashifal: आज का दिन आपके लिए थानदार रहेगा, जानिए अपने आज के किस्मत के सितारों के बारे…
- Odisha: ओडिशा के छह जिलों में भारी बारिश और बिजली के कहर से, 10 लोगों की गई जान