India News (इंडिया न्यूज़), Sanatana Controversy: उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म वाले बयान पर सियासत खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। आए दिन इस मामले पर एक से बड़े एक बयान सुनने को मिल ही जाता है। बता दें स्टालिन के इस बयान से ना सिर्फ बीजेपी हमलवार है बल्कि अयोध्या के संतों ने भी इस बयान की निंदा की है। अयोध्या के संत परमहंस आचार्य ने कहा थी कि उदयनिधि स्टालिन का सिर लाने वाले को 10 करोड़ रुपए का इनाम देगे। अब वो अपने इस बयान के बाद फसते नजर आ रहे हैं। दरअसल  डीएमके लीगल विंग समन्वयक जे. देवसेनन ने उनके खिलाफ शिकायत दर्ज कराई है।

क्राइम ब्रांच ने शिकायत पर दर्ज़ किया मामला

जे. देवसेनन ने पूरे मामले पर जानकारी देते हुए कहा,”आज मैंने अयोध्या के संत परमहंस आचार्य के खिलाफ शिकायत दी है। मदुरै सिटी क्राइम ब्रांच ने शिकायत पर मामला दर्ज़ किया है। उन्होंने(संत परमहंस आचार्य) हमारे राज्य के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के बारे में एक बयान में कहा था कि उदयनिधि स्टालिन का सिर लाने वाले को 10 करोड़ रुपए का इनाम दिया जाएगा। उनके इस बयान से तमिलनाडु के लोगों के बीच सद्भाव प्रभावित हुआ है।”

क्या है पूरा मामला?

बता दें उदयनिधि ने अपने बयान में सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की। उन्होंने कहा,”सनातन का सिर्फ विरोध नहीं किया जाना चाहिए बल्कि इसे समाप्त ही कर देना चाहिए… कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते… हमें इसे मिटाना है… इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है।”

क्या बोले थे परमहंस आचार्य

परमहंस आचार्य ने कहा था,”अगर 10 करोड़ रुपये उनका सिर काटने के लिए पर्याप्त नहीं हैं, तो मैं इनाम बढ़ा दूंगा, लेकिन ‘सनातन धर्म’ का अपमान बर्दाश्त नहीं किया जाएगा…देश में जो भी विकास हुआ है वह ‘सनातन धर्म’ की वजह से हुआ है। उन्हें अपने बयान के लिए माफी मांगनी चाहिए…उन्होंने देश के 100 करोड़ लोगों की भावनाओं को ठेस पहुंचाई है।”