India News (इंडिया न्यूज़), Sanatana Controversy: ‘सनातन धर्म’ पर अपने बयान को लेकर उत्तर प्रदेश के रामपुर में हुई दर्ज FIR पर कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा कि मुझे फर्क नहीं पड़ता की वे क्या करते हैं। मेरा बयान किसी भी धर्म के ख़िलाफ़ नहीं है। मैंने साफ कहा है कि जो भी धर्म समानता नहीं सिखाता वह मेरे हिसाब से धर्म नहीं है। अगर उनको (शिकायतकर्ता) लगता है कि उनके धर्म में ऐसा नहीं है तो वह उनकी समस्या है। मेरा धर्म संविधान है। हमें जो करना होगा वह हम करेंगे।

उदयनिधि स्टालिन के बयान पर क्या बोले थे प्रियांक खरगे

बता दें कि तमिलनाडु के मंत्री उदयनिधि स्टालिन के’सनातन धर्म को लेकर खत्म करने वाली बात पर कर्नाटक के मंत्री प्रियांक खरगे ने कहा था कि “कोई भी धर्म जो समानता को बढ़ावा नहीं देता है या यह सुनिश्चित नहीं करता है कि आपको इंसान होने का सम्मान मिले, वह मेरे अनुसार धर्म नहीं है। उन्होंने आगे कहा था कि कोई भी धर्म जो समान अधिकार नहीं देता है या आपके साथ इंसानों जैसा व्यवहार नहीं करता है वह बीमारी के समान है।

उदयनिधि स्टालिन ने सनातन को लेकर क्या कहा

तमिलाडू सीएम के बेटे उदयनिधि स्टालिन ने दो दिन पहले सनातन उन्मूलन सम्मेलन में हुए कहा था कि सनातन धर्म सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है। कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें ही खत्म किया जाना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते। हमें इसे खत्म करना होगा। खेल विकास मंत्री ने आगे कहा कि सनातन नाम संस्कृत का है। यह सामाजिक न्याय और समानता के खिलाफ है।