India News (इंडिया न्यूज़), Sanatana Controversy: उदयनिधि स्टालिन द्वारा सनातन धर्म वाले बयान पर सियासत खत्म होने का नाम नहीं ले रहा। आए दिन इस मामले पर एक से बड़े एक बयान सुनने को मिल ही जाता है। बता दें स्टालिन के इस बयान के लेकर बीजेपी इंडिया गठबंधन पर जमकर हमला बोल रही है। ऐसे में शिवसेना (उद्धव ठाकरे गुट) सांसद संजय राउत ने कहा है कि एम. के. स्टालिन एक आदरणीय नेता हैं। अगर उनके सलाहकार थोड़ा बचकर बयान दें तो INDIA में रुकावट नहीं आएगी।

खराब हो गया है पूरे देश का माहौल

सांसद संजय राउत ने कहा,”हमने यह बयान सुना है… उदयनिधि स्टालिन एक मंत्री हैं और उनके बयान का कोई समर्थन नहीं करेगा। उनको इस तरह के बयान से बचना चाहिए। यह DMK की राय हो सकती है। इस देश में 90 करोड़ हिंदू और अलग-अलग धर्मों के लोग रहते हैं… इस तरह से पूरे देश का माहौल खराब हो गया है। एम. के. स्टालिन एक आदरणीय नेता हैं। अगर उनके सलाहकार थोड़ा बचकर बयान दें तो INDIA में रुकावट नहीं आएगी।”

क्या है पूरा मामला?

बता दें उदयनिधि ने अपने बयान में सनातन धर्म की तुलना डेंगू और मलेरिया से की। उन्होंने कहा,”सनातन का सिर्फ विरोध नहीं किया जाना चाहिए बल्कि इसे समाप्त ही कर देना चाहिए… कुछ चीजों का विरोध नहीं किया जा सकता, उन्हें खत्म ही कर देना चाहिए। हम डेंगू, मच्छर, मलेरिया या कोरोना का विरोध नहीं कर सकते… हमें इसे मिटाना है… इसी तरह हमें सनातन को भी मिटाना है।”

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