- इसी सैमेस्टर से एक भी रूपया स्कूल फीस नहीं बढ़ाने को लेकर दिए आदेश
- अब मनमर्जी से नहीं बढा सकेंगे स्कूलों की फीस और आबादी के हिसाब से कई दुकानों का देना होगा ऐड्रेस
- सभी स्कूलों को सरकार की ओर से जारी आदेशों को जल्द ही भेजा जाएगा
- स्कूल फीस को लेकर सरकार जल्द ही बनाएगी पालिसी
- पालिसी अभिभावकों, स्कूल प्रबंधको, और टीचरों के साथ बैठ कर डिस्कस होगी
रोहित रोहिला, चंडीगढ़।
School Fees In Punjab : पंजाब के प्राइवेट स्कूलों की हर साल की जाने वाली मनमानी को रोकने के लिए अब पंजाब सरकार ने एक बडा और अहम कदम उठाते हुए हजारों बच्चों के परिजनों की जेब ढीली होने से बचा ली है। सूबे में करीब 8 हजार 623 प्राइवेट स्कूल चल रहे है।
सीएम भगवंत मान ने परिजनों को ध्यान में रखते हुए शिक्षा के क्षेत्र से जुडे हुए दो अहम फैसले लिए है। इसमें एक स्कूल की फीस बढ़ाने और दूसरा किताबों एवं डेÑस को लेकर फैसला लिया है। School Fees In Punjab
हालांकि सीएम क इस फैसले से कई स्कूलों के संचालकों को तकलीफ होना लाजिमी है। लेकिन सीएम मान ने इसकी परवाह नहीं करते हुए एक बार फिर से आम लोगों से जुडे हुए तबके को ध्यान में रखते हुए फैसला किया है। सीएम द्वारा सूबे के सभी प्राइवेट स्कूलों से इस साल फीस में कोई भी बढोतरी नहीं करने के आदेश दिए गए है।
महंगी शिक्षा आम लोगों की पहुंच से हो चुकी है दूर
मान ने कहा कि पंजाब में शिक्षा आम लोगों की पहुंच से दूर हो चुकी है। शिक्षा मंहगी हो चुकी है, आम लोग बच्चों को शिक्षा दिलवाना चाहते हैं, लेकिन जेब इसकी इजाजत नहीं देती है। ऐसे में परिजनों को अपने बच्चो को प्राइवेट स्कूलों से हटा कर काम पर लगाना पडता है या पढाई छुडवानी पड़ती है। मान ने कहा कि शिक्षा संबंधी दो बड़े फैसले पंजाब सरकार ने फैसले किए हैं। यह आदेश आज ही प्राइवेट स्कूलों को •ोज दिए जाएंगे। School Fees In Punjab
प्राइवेट स्कूल एक भी रूपया फीस नहीं सकेंगे बढा School Fees In Punjab
सीएम मान के आदेशों में कहा गया है कि सूबे के प्राइवेट स्कूल इस सैमेस्टर में एक रूपए भी फीस नहीं बढ़ाएंगे। फीस बढ़ाने की पालिसी संबंधी आने वाले दिनों में विस्तार से जानकारी दे दी जाएगी। पालिसी अभिभावकों, स्कूल प्रबंधको, और टीचरों के साथ बैठ कर डिस्कस होगी।
पहले कुछ स्कूल अपनी मनमर्जी से स्कूलों की फीसों में इजाफा कर देते थे। जिसका सीधा असर बच्चों के परिजनों की जेब पर पड़ता था और कई पेरेंट्स को अपने बच्चों को प्राइवेट स्कूलों में पढाना मुश्किल हो जाता था।
किताबों और ड्रैस के लिए खास दुकानों का नहीं दे सकेंगे ऐड्रेस
सीएम ने दूसरा फैसला लेते हुए कहा कि कोई भी प्राईवेट स्कूल बच्चो की ड्रैस या किताबों संबंधी कोई खास दुकान का ऐडरेस नहीं देगा। सीएम ने कहा कि कम से कम उस इलाके की आबादी के मुताबिक अगर पांच दुकानें हैं तो स्कूल संचालकों को सभी दुकानों के ऐडरेस देने होंगे।
ताकि बच्चों के परिजन अपने बच्चे के लिए अपनी सहूलियत के हिसाब से किताब एवं ड्रेस किसी भी दुकान से खरीद सकेंगे। कोई भी प्राईवेट स्कूल किताबें या ड्रैस लेने संबंधी किसी खास को नहीं दे पाएंगे। ये दोनो आदेश तुरंत पभाव से लागू होंगे। School Fees In Punjab
कुछ स्कूल हर साल मनमर्जी से बढा देते थे फीस
कुछ निजी स्कूलों द्वारा मनमाने ढंग से फीस बढ़ाने और कुछ चुनिंदा दुकानों से ड्रेस एवं किताबे बेचे जाने को लेकर सरकार द्वारा फैसला लिया गया है। इस मामले में खुद सूबे के सीएम भगवंत मान को हस्तक्षेप करना पडा।
क्योंकि सरकार के पास लगातार शिकायतें पहुंच रही थी कि कुछ स्कूल संचालक हर साल अपनी मर्जी से स्कूलों की फीस में इजाफा कर देते थे। जिसके बाद लगातार सरकार से ऐसे स्कूलों पर लगाम कसने को लेकर मांग हो रही थी।
स्कूल ड्रेस एवं किताबों को चुनिंदा दुकानों से खरीदने के लिए दिए जाते थे ऐडेरस
वहीं कई स्कूलों के द्वारा बच्चों के परिजनों पर चुनिंदा दुकानों से ही किताबें एवं स्कूल ड्रेस खरीदने के लिए दबाव बनाया जाता था। जबकि दूसरी दुकानों पर किताबें एवं ड्रेस इन चुनिंदा दुकानों से सस्ते दामों पर मिलती थी। लेकिन मजबूरी में परिजनों को स्कूल द्वारा बताई गई दुकान से ही किताबें खरीदनी पड़ती थी। लेकिन सीएम के आदेशों के बाद अब यह स्कूल ऐसा नहीं कर सकेंगे। School Fees In Punjab
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