India News (इंडिया न्यूज़), Science News: अब तक का दुनिया में स्थित मानव द्वारा निर्मित सबसे महंगा ऑबजक्ट इंटरनेशल स्पेस स्टेशन (ISS) का संर्पक अचानक अमेरिका के ह्यूस्टन स्थित नासा (NASA) के मुख्यालय से टूट गया। ये अब तक की पहली घटना है कि जब नासा के साथ ऐसा हुआ है। स्पेश स्टेशन से नासा का संर्पक एक या दो मिनट नहीं बल्की पूरे ढ़ाई घंटे के लिए टूट गया। इस घटना के बाद जमीन से लेकर स्पेस स्टेशन में काम करने वाले सभी सांइटिस्ट परेशान हो गए। इस दौरान नासा ने रूसी कम्यूनिकेशन सिस्टम के जरिए एस्ट्रोनॉट्स फ्रैंक रुबियो, वूडी होबर्ग और स्टीफन बोवन से संपर्क बनाने की कोशिश की, लेकिन कम्यूनिकेशन सिस्टम काम नहीं कर रहा था। इसके अलावा बैकअप सपोर्ट भी नहीं मिल रहा था।

कैसे टूटा स्पेस स्टेशन से संपर्क

दरअसल, 23 जूलाई 2023 को नासा के ह्यूस्टन मुख्यालय में अचानक बिजली का कनेक्शन चला गया। जिसकी बाद पूरे मुख्यालय की बिजली चली गई। हालांकि ऐसी जगह जहां दुनिया की तमाम प्रमुख रिसर्च और खोजें हो रही हो, वहां बिजली का जाना साधारण बात नहीं है। नासा ने मुख्यालय में बिजली के लिए एक्सट्रा बैकअप रहता है। लेकिन पूरे मुख्यालय की बिजली का अचानक चले जाना आश्चर्य करने वाला है। मुख्यालय की जब बिजली गई तो नासा का स्पेस स्टेशन के साथ टेलीमेट्री, वॉयस कम्यूनिकेशन और कमांड सिस्टम ठप हो गया था। बता दें कि इसी जटिल तकनीक की मदद से नासा अपने मुख्यलय से 450 किलोंमीटर ऊपर स्थित इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन से हर वक्त संपर्क बनाकर रखता है।

कैसे गई थी बिजली

नासा के मुख्यालय की बिजली उस वक्त गई जब नासा के जॉनसन स्पेस सेंटर में ग्राउंड पावर सिस्टम को अपग्रेड करने की प्रक्रिया की जा रही थी। इस दौरान ये उम्मीद नहीं थी कि बिजली चली जाएगी। इस बारे में जानकारी देते हुए जोएल ने बताया कि हमें पता है कि नासा मुख्यालय में बैकअप कमांड और कंट्रोल सिस्टम की मरम्मत चल रही है। उन्होंने कहा कि पावर सिस्टम क अपग्रेडेशन हो रहा है लेकिन हम अब ऐसी समस्या नहीं आएगी। उन्होंने बताया कि कभी मौसम की वजह से आपातकालीन स्थिति में सेंटर बंद करना पड़े तो भी स्पेस स्टेशन से संपर्क बना रहता है।”

2030 में स्पेस स्टेशन होगा रिटायर

बता दें कि दुनिया के कुछ प्रमुख देशों की आर्थिक भागेदारी के बाद स्पेस में नजर बनाए रखने और विज्ञान जगत की तमाम खोजों के लिए इंटरनेशनल स्पेस स्टेशन को 1998 से स्थापित करने की प्रक्रिया शुरु की गई थी। स्पेस स्टेसन में रुस और अमेरीका के स्पेस एस्ट्रोनॉट्स हमेंशा मौजूद रहते है। इस स्पेस स्टेशन में 69 एक्सपीडिशन मौजूद है। हालांकि अब साल 2030 तक स्पेस स्टेशन को रिटायर किया जाएगा। जिसके बाद इसे साल 2031 को प्रशान्त महासागर में गिराया जाएगा।

यह भी पढ़े-