Sea-plane service
Sea Plane Service मेंटेनेंस के चलते पिछले 11 महीने से बंद
अभिजीत भट्ट । गांधीनगर
गुजरात में स्टैच्यू आॅफ यूनिटी की सी-प्लेन सुविधा की मरम्मत अहमदाबाद के रिवरफ्रंट से की गई है। जिसकी शुरूआत प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने की थी। मरम्मत के लिए अक्सर समुद्री विमानों को बाहर निकालना पड़ता है। यह सुविधा 11 महीने से बंद है। अभी तक इस सेवा ने 284 बार उड़ान भरी है। स्पाइस जेट की सहायक कंपनी स्पाइस शटल वर्तमान में सी-प्लेन का संचालन करती है। इस सेवा के लिए विमान निमार्ताओं से बातचीत चल रही है, लेकिन यह तय नहीं है कि नया विमान कब आएगा।
Sea Plane Service Gujarat कब शुरू हुई थी
सी-प्लेन सुविधा को 31 अक्टूबर 2020 को रिवरफ्रंट से केवड़िया तक लॉन्च किया गया था। सेवा में एक बार में 19 लोग बैठ सकते हैं। इसमें अब तक करीब 2500 लोग सफर कर चुके हैं। हैरानी की बात यह है कि लॉन्च होने के बाद से 200 दिनों से अधिक समय से यह सेवा बंद है। क्योंकि इसके विमानों को बार-बार मरम्मत कार्य के लिए मालदीव भेजा जाता रहा है।
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Sea Plane Service Gujarat पर फैसला जल्द
तत्कालीन विजय रूपाणी सरकार में नागरिक उड्डयन विभाग के प्रभारी भूपेंद्रसिंह चुडासमा ने केंद्रीय उड्डयन मंत्री ज्योतिरादित्य सिंधिया को पत्र लिखकर गुजरात में एक सी-प्लेन खरीदने के लिए 120 करोड़ रुपये की मांग की थी। राज्य के नागरिक उड्डयन मंत्री पूर्णेश मोदी का कहना है कि वह समुद्री विमानों की मांग पर जल्द फैसला लेने की कोशिश करेंगे।
Sea Plane Service के लिए कितनी जगह चाहिए होती है
भारतीय विमानपत्तन प्राधिकरण ने पिछले साल गुजरात में समुद्री विमानों के लिए साबरमती रिवरफ्रंट, केवड़िया, धरोई बांध और तापी में वाटर एयरोड्रोम बनाने का फैसला किया था। सी-प्लेन लैंडिंग के लिए पानी में 800 से 900 मीटर की जगह की जरूरत होती है। नागरिक उड्डयन महानिदेशालय द्वारा जारी दिशा-निदेर्शों के अनुसार, एक समुद्री विमान के लिए जल स्तर कम से कम छह फीट होना चाहिए।