India News(इंडिया न्यूज),Delhi: दिल्ली के आशा किरण शेल्टर में बीते 20 दिनों के अंदर 13 मौत हो चुकी हैं। बता दें कि अभी तक इसकी जांच चल रही है लेकिन कोई ठोस सबूत सामने नहीं आया जिससे एक जटिल कारण बताया जाए। इस बीच लोगों के आरोप दिल्ली सरकार पर लग रहे हैं क्योंकि दिल्ली सरकार के द्वारा ही चलाया जाता है लेकिन मौत के बढ़ते आंकड़ों को लेकर दिल्ली सरकार कोई कदम नहीं उठा रही है। लेकिन दिल्ली सरकार की मंत्री इंसाफ की मांग करती सामने आई हैं और लोगों की सुरक्षा के लिए गुहार लगाती नजर आ रही हैं। आइए इस खबर में हम आपको बताते हैं पूरी जानकारी।
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दिल्ली के आशा किरण शेल्टर में 13 की मौत
दिल्ली की मंत्री आतिशी ने मामले की जांच के आदेश देते हुए 48 घंटे के भीतर रिपोर्ट सौंपने का आदेश दिया है। उन्होंने भविष्य में ऐसी किसी भी घटना को रोकने के लिए सुझाव मांगे हैं। दिल्ली सरकार का समाज कल्याण विभाग आशा किरण चलाता है, जिसकी स्थापना 1989 में की गई थी, जिसमें 350 लोगों को रहने की क्षमता है। आश्रय गृह में रहने वालों की मौत के कारण पिछले कई दशकों से यह कई विवादों में घिरा रहा है।
आतिशी मर्लेना ने इंसाफ के लिए मांगे सुझाव
मुख्य सचिव नरेश कुमार को जांच के लिए भेजे गए अपने आदेश में आतिशी ने जनवरी से आशा किरण में 14 मौतों की रिपोर्ट का हवाला दिया। “ये मौतें कथित तौर पर स्वास्थ्य समस्याओं और कुपोषण के कारण हुईं और यह संकेत देती हैं कि रहने वालों को अपेक्षित सुविधाएं उपलब्ध नहीं हैं।”
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आतिशी का बयान
आतिशी ने कहा कि अगर सच पाया जाता है तो सरकार इस तरह की चूक बर्दाश्त नहीं करेगी। उन्होंने कहा, “यह एक गंभीर मुद्दा है जिसकी गहन जांच की जानी चाहिए… बेहतर सुविधाएं प्रदान करने के लिए ऐसे सभी आश्रय गृहों की स्थिति में सुधार करने के लिए पूरी व्यवस्था को दुरुस्त करने के लिए कड़े कदम उठाए जाने चाहिए।
“एसीएस राजस्व को निर्देश दिया जाता है कि वे तुरंत पूरे मामले की मजिस्ट्रेट जांच शुरू करें और 48 घंटे के भीतर इस पर एक रिपोर्ट प्रस्तुत करें… उन लोगों के खिलाफ कार्रवाई की सिफारिश करें जिनकी लापरवाही के कारण ये मौतें हुई हैं… भविष्य में ऐसी घटनाओं की पुनरावृत्ति को रोकने के लिए सुझावात्मक उपाय सुझाएं।”