संबंधित खबरें
खबरदार! घाटी में जारी बर्फबारी के बीच घुस सकते हैं 120 पाकिस्तानी आतंकी? खुफिया जानकारी के बाद हाई अलर्ट पर हैं देश की तीनों सेनाएं
कांग्रेसियों ने उद्धव को दिया धोखा? आखिरी दिन किया ऐसा काम…सदमे में आ गई शिवसेना
UP में रिवॉल्वर के दम पर कैसे धमकाए जा रहे वोटर्स? अखिलेश यादव ने दिखाया चौंकाने वाला वीडियो, क्या होगा CM योगी का जवाब
Maharashtra Election Exit Poll Live: महायुति और महाविकास अघाड़ी में कौन मारेगा बाजी? यहां देखें पल-पल की अपडेट
मतदान केंद्र पर निर्दलीय उम्मीदवार ने की सीने में दर्द और बैचेनी की शिकायत, फिर जो हुआ… पूरा मामला पकड़ लेंगे अपना माथा
पति ने अपनी पत्नी को दोस्त के कर दिया हवाले, फिर नशे की हालत में महिला के साथ हैवानियत की सारी हदें हुई पार, पूरा मामला जान पैरों तले खिसक जाएगा जमीन
Shab-E-Barat Festival: मुस्लिम समुदाय का शब-ए-बारात त्योहार इस्लामिक दृष्टिकोण से काफी महत्वपूर्ण है। इस दिन मुस्लिम समुदाय के लोग रात भर जागकर इबादत करते हैं और अल्लाह से अपने गुनाहों की माफी मांगते हैं। इस्लामिक कैलेंडर के मुताबिक, शब-ए-बारात शाबान महीने की 15वीं तारीख की रात को मनाई जाती है। जो इस साल 7 मार्च यानि आज है।
इस्लामिक धर्म में शब-ए-बारात का अर्थ कुछ इस प्रकार है- ‘शब यानि रात और बारात का मतलब होता है बरी होना।’ मुस्लिम समुदाय में इस दिन दुनिया छोड़कर जा चुके लोगों की कब्रों पर उनके प्रियजनों द्वारा रोशनी की जाती है और दुआ मांगी जाती है।
कहा जाता है कि इस दिन अल्लाह से सच्चे मन से अपने गुनाहों की माफी मांगने से जन्नत में जगह मिलती है। शब-ए-बारात के अगले दिन ये लोग रोजा रखते हैं। जो कोई फर्ज नहीं होता यानि रमजान के रोजों की तरह ये रोजा रखना जरूरी नहीं होता है।
इतना ही नहीं इस दिन घरों और कब्रिस्तानों को खास तौर पर सजाया जाता है। जिसके बाद लोग देर रात तक कब्रिस्तानों में पूर्वजों को दुआएं पढ़ते हैं और गुनाहों की माफी मांगते हैं। इसके अलावा घरों में हलवा, बिरयानी आदि पकवान बनाकर गरीबों में बांटा जाता हैं।
.ये भी पढ़ें: आधे-अधूरे कामों के बीच खुला आश्रम फ्लाईओवर, नहीं पूरे हुए ये काम
Get Current Updates on, India News, India News sports, India News Health along with India News Entertainment, and Headlines from India and around the world.