India News (इंडिया न्यूज), India Pakistan Ceasefire : भारत और पाकिस्तान के बीच संघर्ष विराम को लेकर अमेरिका के दावों पर बड़ा बयान आया है। शशि थरूर ने भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत कर मसला सुलझाने के ट्रंप के सुझाव को सीधे तौर पर खारिज कर दिया है।
कांग्रेस सांसद ने कहा है कि आतंक फैलाने वाले और लोकतंत्र में विश्वास रखने वाले बराबर नहीं हो सकते, इसलिए उनके बीच समझौता करना ठीक नहीं है। उन्होंने कहा कि आतंकवादियों और उनके पीड़ितों को एक नहीं माना जा सकता।
India Pakistan Ceasefire : शशि थरूर ने अमेरिकी राष्ट्रपति को दिखाया आईना, भूलकर भी नहीं लेंगे अब सीजफायर का नाम
अमेरिका के दौरे पर पहुंचे भारतीय डेलिगेशन में शशि थरूर ने गुरुवार को काउंसिल ऑन फॉरेन रिलेशंस में अपनी बात रखते हुए कहा कि, मध्यस्थता ऐसा शब्द है जिसे भारत स्वीकार नहीं करता।
थरूर ने आगे समझाया कि इस तरह के शब्द दोनों पक्षों के बीच समानता का भ्रम पैदा करते हैं, जबकि असलियत में ऐसी कोई समानता नहीं है। थरूर ने साफ कहा कि आतंकवाद फैलाने वालों और उनके पीड़ितों को एक ही स्तर पर नहीं रखा जा सकता।
कांग्रेस सांसद ने कहा कि जो देश आतंकवादियों को पनाह देता है, उसकी तुलना उस देश से नहीं की जा सकती जो लोकतांत्रिक है और शांतिपूर्वक अपने काम में लगा हुआ है।
उन्होंने यह भी कहा कि जो देश शांति चाहता है और अपने पड़ोसियों से बस यही उम्मीद करता है कि वे शांति से रहें, उसकी तुलना उस देश से नहीं की जा सकती जो दुनिया का नक्शा बदलना चाहता है। ऐसे में जब दोनों पक्ष इतने अलग-अलग हैं, तो उनके बीच किसी भी तरह की मध्यस्थता की बात करना संभव नहीं है।
आपको याद दिला दें कि अमेरिकी राष्ट्रपति डोनाल्ड ट्रंप ने दावा किया था कि 10 मई को उन्होंने भारत और पाकिस्तान के बीच बातचीत कराई थी, जिसके बाद दोनों देशों के बीच लड़ाई रोकने पर सहमति बनी थी। ट्रंप कई बार कह चुके हैं कि उन्होंने दोनों देशों के बीच तनाव खत्म किया है। उन्होंने यह भी कहा था कि अगर भारत और पाकिस्तान लड़ाई बंद कर दें तो अमेरिका उनके साथ व्यापार करेगा। हालांकि, भारत की ओर से उनके इस दावे को खारिज किया जा चुका है।