India News (इंडिया न्यूज़),  Shimla Landslide, नई दिल्ली: हिमाचल प्रदेश के शिमला में बारी बारिश के बाद कई शहरों में दहशत का माहौल बना हुआ है। समरहिल के शिव मंदिर और कृष्णा नगर में भूस्खलन के बाद अब शिमला में भी कई इलाकों में भी दरारें आ गई हैं। भूस्खलन की वजह से जमीन और सड़कें धंसने लगी हैं। साथ ही भवनों पर भी खतरा मंडरा रहा है। शिमला में जाखू की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के पास की सड़क पर मोटी दरारें आने लगी हैं। वहीं हिमलैंड में भी भूस्खलन की वजह से एक भवन पर खतरा बना हुआ है। जहां पर अब आस-पास के पेड़ काटे जा रहे हैं।

शिमला के कई क्षेत्रों में भूस्खलन की संभावनाएं

नगर निगम के महापौर सुरेंद्र चौहान और सूबे के मुख्य सचिव प्रमोद सक्सेना ने जाखू का जायजा लिया है। इसके साथ ही अधिकारियों को क्षेत्र को सुरक्षित करने को लेकर जरूरी दिशा-निर्देश भी जारी किए गए हैं। इसके साथ ही हिमलैंड और कॉम्बली बैंक समेत शहर के अन्य क्षेत्रों का भी दौरा किया। शहर में आपदा से निपटने के लिए नगर निगम के महापौर ने मुख्य सचिव से राशि देने का आग्रह भी किया है। नगर निगम के महापौर सुरेंद्र चौहान ने इसे लेकर कहा कि शिमला के अधिकतर क्षेत्रों में भूस्खलन की संभावनाएं बढ़ गई हैं।

तीन हादसों में 23 लोगों की मौत

वहीं जाखू की हाउसिंग बोर्ड कॉलोनी के साथ वाली सड़क पर दरारें भी आ गई हैं। जिसे सुरक्षित करने के लिए जरूरी दिशा-निर्देश दिए गए हैं। बता दें कि शिमला के समरहिल में लैंडस्लाइड शिव मंदिर पूरी तरह से जमींदोज हो गया था। जहां 5वें दिन भी रेस्क्यू अभियान जारी है। बीती रात सर्च ऑपरेशन जारी रहा था। अब तक 16 शव मिल चुके हैं। वहीं 5 लोगों की तलाश जारी है। वहीं फागली में हुए भूस्खलन में 5 लोगों की मौत हो गई। वहीं कृष्णा नगर में बिल्डिंग्स गिरने से 2 लोगों की जान चली गई। तीनों हादसों में अब तक 23 लोग की जान जा चुकी है।

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