इंडिया न्यूज, नई दिल्ली। श्रीलंका में लगाए गए कर्फ्यू को 12 मई सुबह 7 बजे तक कर दिया गया है। वहीं सड़कों पर जारी हिंसक प्रदर्शन को दबाने के लिए रक्षा मंत्रालय ने मंगलवार को शूट आन साइट (देखते ही गोली मार देना) का आदेश जारी कर दिया है। सोमवार हो हुई हिंसा में सांसद समेत पांच लोगों की मौत हो गई थी।
जैसा कि आप जानते ही हैं कि श्रीलंका में महिंदा राजपक्षे ने सरकार विरोधी प्रदर्शनकारियों पर हमला करने और हिंसा फैलाने के बाद प्रधानमंत्री पद से इस्तीफा दे दिया है। इस्तीफे के बाद उनके समर्थकों ने हिंसा फैलानी शुरू कर दी है।
वहीं राष्ट्रपति गोटाबाया राजपक्षे ने ट्विटर पर प्रदर्शनकारियों से अपील कि वे चाहे जिस भी पार्टी हों लेकिन वे शांत रहें और हिंसा रोक दें। नागरिकों के खिलाफ बदले की कार्रवाई न करें।
उन्होंने कहा कि संवैधानिक जनादेश और आम सहमति के जरिए राजनीतिक स्थिरता बहाल करने और आर्थिक संकट को दूर करने के लिए सभी प्रयास किए जाएंगे।
महिंदा राजपक्षे के बेटे नमल ने मीडिया से बात करते हुए कहा कि ऐसी कई अफवाहें हैं कि उनके पिता महिंदा राजपक्षे देश छोड़कर भाग जाएंगे लेकिन हम ऐसा नहीं करेंगे।
खेल मंत्री रहे नमल ने कहा मेरे पिता सुरक्षित हैं। वह सुरक्षित स्थान पर हैं और परिवार से बात कर रहे हैं। मालूम हो कि महिंदा राजपक्षे ने सोमवार को बढ़ते दबाव के बीच पीएम पद से इस्तीफा दे दिया है।
इतना ही नहीं प्रदर्नशकारियों ने हंबनटोटा में उनके घर को भी जलाकर राख कर दिया है। मालूम हो कि पूरे श्रीलंका में चार दिन पहले ही इमरजेंसी लगा दी गई है।
श्रीलंका में कर्फ्यू लागू होने के बाद भी हालात बेकाबू होते जा रहे हैं। भीड़ ने मंगलवार को कोलंबो में प्रधानमंत्री के आधिकारिक आवास के पास एक शीर्ष श्रीलंकाई पुलिस अधिकारी के साथ मारपीट की और उनके वाहन में आग लगा दी।
वरिष्ठ उप महानिरीक्षक देशबंधु तेनाकून कोलंबो में सर्वोच्च पद के अधिकारी हैं, उन्हें तुरंत इलाज की जरूरत है, उन्हें घर भेज दिया गया है। उन्होंने बताया कि भीड़ को तितर-बितर करने के लिए अधिकारी ने हवाई फायरिंग की थी।
सरकार ने केमिकल फर्टिलाइजर्स को पूरी तरह से बैन करने और 100 प्रतिशत आर्गेनिक खेती का निर्णय लागू कर दिया। इस बदलाव ने श्रीलंका के एग्री सेक्टर को तबाह कर दिया। सरकार के इस फैसले के चलते श्रीलंका का एग्री प्रोडक्शन आधा रह गया। अब अनाज की जमाखोरी समस्या को और विकराल बना रही है।
श्रीलंका की अर्थव्यवस्था में एग्री के बाद टूरिज्म सबसे अहम सेक्टर है। सरकारी आंकड़ों के अनुसार टूरिज्म श्रीलंका की जीडीपी में 10 फीसदी का योगदान देता है। कोरोना महामारी की शुरूआत के बाद करीब 2 साल से यह सेक्टर तबाह है।
श्रीलंका के ऊपर अकेले चीन का ही 5 बिलियन डालर से ज्यादा का कर्ज है। इसके अलावा श्रीलंका के ऊपर भारत और जापान जैसे देशों के अलावा आईएमएफ जैसे संस्थानों का भी लोन उधार है। फिलहाल यह कर्ज बढ़कर 40 बिलियन डालर तक पहुंच गया है।
तीन साल पहले श्रीलंका के पास 7.5 बिलियन डालर का विदेशी मुद्रा भंडार था, जब वहां नई सरकार का गठन हुआ था, इसमें तेजी से गिरावट आई और पिछले साल नवंबर तक यह गिरकर 1.58 बिलियन डालर के स्तर पर आ चुका था। श्रीलंका के पास विदेशी कर्ज की किस्तें चुकाने लायक भी फारेक्स रिजर्व नहीं बचा है।
श्रीलंका की समस्या को गंभीर बनाने में आयात पर बहुत ज्यादा निर्भर होना भी अहम फैक्टर है। चीनी, दाल, अनाज और दवा जैसी चीजों के लिए भी वो आयात पर निर्भर रहा है।
हमें Google News पर फॉलो करे- क्लिक करे !
यह भी पढ़ें: श्रीलंका में फिर लगा आपातकाल, डिप्टी स्पीकर चुनाव के बाद फिर बढ़ा हंगामा
India News (इंडिया न्यूज),Himachal Pradesh Weather: हिमाचल के निचले पहाड़ी इलाकों में कड़ाके की ठंड…
India News (इंडिया न्यूज),MP News: MP के CM डॉ. मोहन यादव रविवार (22 दिसंबर) को…
India News (इंडिया न्यूज),Muzaffarnagar News: यूपी के मुजफ्फरनगर से एक सनसनीखेज घटना सामने निकलकर आई…
India News (इंडिया न्यूज),Delhi News: दिल्ली में एक अवैध पटाखा फैक्टरी में विस्फोट की खबर…
India News (इंडिया न्यूज),Wall Collapse In Kishanganj: किशनगंज में दीवार गिरने से 3 लोगों की…
India News (इंडिया न्यूज),Delhi Crime: पश्चिम विहार इलाके के 1 होटल से लड़की का शव…