India News(इंडिया न्यूज),Sikkim Landslides: उत्तरी सिक्किम के मंगन जिले में लगातार बारिश के कारण हुए भूस्खलन से जबरदस्त हरकंप मची हुई है जहां अभी तक कम से कम छह लोगों की मौत होने की खबर सामने आ रही है वहीं दूसरी ओर 1,500 से अधिक पर्यटक फंसे हुए है।
- सिक्किम में भारी बारिश और भूस्खलन का कहर
- 6 लोगों की मौत
- 1500 से ज्यादा पर्यटक फंसे
वहीं इस मामले में जानकारी देते हुए अधिकारियों ने बताया कि संगकालांग में एक नवनिर्मित पुल ढह गया, जिससे मंगन का संपर्क द्ज़ोंगू और चुंगथांग से कट गया। भूस्खलन के कारण सड़कें अवरुद्ध हो गईं और कई घर जलमग्न हो गए तथा क्षतिग्रस्त हो गए, जबकि बिजली के खंभे बह गए।
6 लोगों की मौत
वहीं इस मामले में गुरुडोंगमार झील और युंथांग घाटी जैसे लोकप्रिय पर्यटन स्थलों के लिए मशहूर मंगन जिले के द्ज़ोंगू, चुंगथांग, लाचेन और लाचुंग जैसे शहर देश के बाकी हिस्सों से कट गए हैं। मंगन के जिला मजिस्ट्रेट हेम कुमार छेत्री ने बताया, “पाकशेपा और अम्बिथांग गांवों में तीन-तीन लोगों की मौत हो गई।
गायेथांग और नामपाथांग में कई घर क्षतिग्रस्त हो गए। छेत्री ने बताया कि विस्थापित लोगों के लिए एक राहत शिविर बनाया गया है। भूस्खलन के कारण ब्रिंगबोंग पुलिस चौकी को पास के स्थान पर स्थानांतरित कर दिया गया, जबकि संकलान में एक पुल की नींव क्षतिग्रस्त हो गई।
अधिकारियों ने दी जानकारी
अधिकारियों ने बताया कि लगातार बारिश और भूस्खलन के कारण उत्तरी सिक्किम में मोबाइल नेटवर्क प्रभावित है। वहीं, जिला प्रशासन ने राज्य आपदा प्रतिक्रिया बल (एसडीआरएफ) की एक टीम को राशन के साथ मंगन भेजने का अनुरोध किया। मंगशिला डिग्री कॉलेज के पास सड़क से मलबा हटाने के लिए एक मशीन लगाई गई है।
Southwest Monsoon: उत्तर भारत में देर से होगी दक्षिण पश्चिम मानसून की दस्तक, जानें क्यों -IndiaNews
तमांग ने जारी किया बयान
वहीं इस मामले में बयान जारी करते हुए मुख्यमंत्री तमांग ने कहा कि पीड़ितों और प्रभावित परिवारों को हर संभव सहायता प्रदान करने के प्रयास जारी हैं। पुनर्वास सहायता, अस्थायी बंदोबस्त व्यवस्था और बुनियादी आवश्यकताएं प्रदान करने के लिए काम किया जा रहा है। उन्होंने कहा, ‘राज्य सरकार इस आपदा के पीड़ितों के साथ मजबूती से खड़ी है और शोक संतप्त परिवारों और भूस्खलन से प्रभावित और विस्थापित सभी लोगों को अधिकतम सहायता प्रदान करने का वादा करती है।’ मुख्यमंत्री प्रेम सिंह तमांग जल्द ही सिक्किम लौटेंगे और बचाव और राहत कार्यों की व्यक्तिगत रूप से निगरानी करेंगे।