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International Museum Day Tomorrow 2022 : अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस पर विशेष

इंडिया न्यूज, नई दिल्ली:
दुनियाभर में हर साल 18 मई को अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस मनाया जाता है। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को संग्रहालय और पुरातन चीजों की महत्ता के प्रति जागरूक करना होता है।

इंटरनेशनल काउंसिल ऑफ म्यूजियम की अडवाइजरी कमेटी इस कार्यक्रम के लिए एक थीम तय करती है। इस बार अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस कल बुधवार 18 मई को है। तो चलिए जानते हैं क्यों मनाया जाता है अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस और इससे जुड़ीं रोचक बातें।

संग्रहालयों (म्यूजियमों) में हमारे आसपास की दुनिया को बदलने की शक्ति होती है। खोज के अतुलनीय स्थानों के रूप में ये हमें अतीत के बारे में सिखाते हैं और दिमाग को नए विचारों के लिए खोलते हैं। प्रत्येक वर्ष, विश्व भर में संग्रहालयों के प्रति जागरूकता बढ़ाने के लिए अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस मनाया जाता है।

अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस का इतिहास

  • संयुक्त राष्ट्र संघ ने 18 मई 1983 को संग्रहालय की महत्ता को समझते हुए एक प्रस्ताव पारित किया था। इसमें हर साल अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस मनाने की बात की गई थी। इसका मुख्य उद्देश्य लोगों को जागरूक करने के अलावा विभिन्न देशों की पुरातन संस्कृति और इतिहास को जीवित रखना है। इसका आयोजन अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय परिषद करती है, जो दुनियाभर के सभी देशों की संस्कृति और सभ्यता के संरक्षण के लिए कटिबद्ध है।
  • अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस को पूरे विश्वभर में मनाने का विचार सबसे पहले इंटरनेशनल काउंसिल आॅफ म्यूजियम के दिमाग में आया और 1977 से ही इस दिन को मनाने की शुरूआत की गई और इसके बाद से अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस में काफी बदलाव देखने को मिले।

भारत में कितने संग्रहालय हैं?

भारत के सभी राज्यों और केंद्रशासित प्रदेशों में संग्रहालय है। जहां आपको अपने इतिहास, अपनी सभ्यता और संस्कृति को जानने का मौका मिलता है। कोलकाता संग्रहालय की गिनती देश के सबसे पुराने संग्रहालय में होती है, जिसकी स्थापना 1814 में हुई थी। जबकि देश में सबसे अधिक संग्रहालय मध्य प्रदेश राज्य में हैं।

क्या होता है इस दिन?

कई संगठन ऐसे हैं जो इस दिन संग्रहालयों का मुफ्त ट्रिप आयोजित करते हैं। लोग अपने दोस्त, परिवार और रिश्तेदारों के साथ भी संग्रहालयों का दौरा करते हैं।

इस बार भारत में कैसे मनाया जाएगा ये दिवस?

  • आजादी का अमृत महोत्सव के उपलक्ष्य में 18 मई 2022 को अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस (आईएमडी) के अवसर पर संस्कृति मंत्रालय 16 मई से 20 मई 2022 तक अपने संग्रहालयों में एक सप्ताह तक चलने वाले उत्सव का आयोजन कर रहा है।
  • राष्ट्रीय संग्रहालय (नई दिल्ली), राष्ट्रीय आधुनिक कला संग्रहालय (नई दिल्ली, मुंबई, बेंगलुरु), इलाहाबाद संग्रहालय (प्रयागराज), भारतीय संग्रहालय (कोलकाता), विक्टोरिया मेमोरियल हॉल (कोलकाता), सालार जंग संग्रहालय (हैदराबाद) और साइंस सिटी और राष्ट्रीय विज्ञान संग्रहालय परिषद के अंतर्गत आने वाले केंद्र (भारत भर में 24 स्थानों पर), इस पूरे सप्ताह में विशेष पहल कर रहे हैं।
  • संस्कृति मंत्रालय ने पहले ही मंत्रालय के अंतर्गत देश भर के सभी संग्रहालयों में 16 मई से 20 मई 2022 तक पूरे सप्ताह के दौरान विजिटर्स के लिए नि:शुल्क प्रवेश की घोषणा की है।

अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस 2022 की थीम क्या है?

  • अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस के मौके पर वर्ष 1992 से म्यूजियमों की ओर से एक विशेष वार्षिक विषय पर आधारित कार्यक्रमों का आयोजन किया जाता हैे पिछले वर्ष इंटरनेशनल म्यूजियम डे 2021 की थीम थी संग्रहालयों का भविष्य: पुनर्प्राप्त करें और पुन:कल्पना करें। इस साल अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस 2022 की थीम “संग्रहालय की शक्ति” है।
  • अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय दिवस 2022 की इस थीम का उद्देश्य, तीन लेंसों के माध्यम से समुदायों में सकारात्मक परिवर्तन लाने के लिए संग्रहालयों की क्षमता का पता लगाना है। स्थिरता प्राप्त करने की शक्ति। डिजिटलीकरण और पहुंच पर नवाचार की शक्ति। शिक्षा के माध्यम से सामुदायिक निर्माण की शक्ति।

संग्रहालय का उद्देश्य क्या है?

इस दिन को मनाने का कारण समाज को संग्रहालय के महत्व से अवगत कराना है। कहा जाता है कि संग्रहालय के पास भले ही राजनीतिक शक्ति नहीं होती है लेकिन उसके पास राजनीतिक प्रक्रियाओं को प्रभावित करने की संभावना होती है। शुरूआत में संग्रहालयों की भूमिका महत्वपूर्ण चीजों का संग्रह करना और उसको भंडारित करके रखना थी। अब संग्रहालयों की ओर से बदलती दुनिया के लिए एक आर्काइव के तौर पर उन संग्रहों का इस्तेमाल किया जाता है।

अंतरराष्ट्रीय संग्रहालय का महत्व क्या?

यह दिन विशेष महत्व रखता है। क्योंकि सभ्यता और संस्कृति हमारी धरोहर है, जिसे संग्रहालय संजोए रखता है। अगर संग्रहालय न होती तो आज इतिहास विस्मृत हो जाती। हमारी सभ्यता और संस्कृति विलुप्त होने की कगार पर होती। इन संग्रहालयों से हमें न केवल अपने इतिहास को जानने का मौका मिलता है, बल्कि सभ्यता और संस्कृति का भी ज्ञान प्राप्त होता है। इसमें कोई शक नहीं कि संग्रहालय प्राचीन कलाकृतियों, नक्काशियों, मूर्तिकला, अन्य चीज, इतिहास आदि का भंडारगृह है।

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