India News (इंडिया न्यूज), STF Arrested Fake Soldier: स्पेशल टास्क फोर्स (एसटीएफ) ने शनिवार रात एक फर्जी सिपाही को गिरफ्तार किया है, जो लोगों के फर्जी सेना आश्रित कार्ड बनाता था। फर्जी सिपाही सेना के प्रतिबंधित क्षेत्र में घुस जाता था। उसके खिलाफ पहले भी दुष्कर्म और धोखाधड़ी के मामले दर्ज हैं। सदर थाना पुलिस आरोपी के खिलाफ केस दर्ज कर कार्रवाई कर रही है। जानकारी के अनुसार इस मामले में आर्मी इंटेलिजेंस भी जांच कर रही है। बताया जा रहा है कि, सैन्य आश्रित लाभ और कैंटीन में नौकरी का लालच देकर आरोपी लोगों को अपने जाल में फंसाता था।
क्या है पूरा मामला?
हम आपको जानकारी के लिए बता दें कि, एसटीएफ आगरा को सूचना मिली थी कि कोई व्यक्ति लोगों के फर्जी सेना आश्रित कार्ड बना रहा है। इन फर्जी कार्डों के जरिए लोग सेना के प्रतिबंधित क्षेत्र में घुस गए हैं। इंस्पेक्टर एसटीएफ यतींद्र शर्मा ने बताया कि जांच में पता चला कि एक व्यक्ति दो से तीन हजार रुपये में आश्रित कार्ड बना रहा था। मृतक सेना आश्रितों का लाभ दिलाने और प्रतिबंधित क्षेत्र में जाकर काम करने की अनुमति दिलाने का लालच दिया जाता था। इसे सुरक्षा में बड़ी सेंध मानते हुए टीम ने फर्जी कार्ड धारकों से पूछताछ कर आरोपी का हुलिया पता किया और उसकी तलाश शुरू कर दी। आरोपी की पहचान मथुरा के फरह निवासी विक्रम सिंह के रूप में हुई। गिरफ्तारी के बाद पता चला कि वह इससे पहले दो बार दुराचार और एक बार धोखाधड़ी के आरोप में जेल जा चुका है।
पुलिस ने किया मुकदमा दर्ज
सदर थाना पुलिस तहरीर के आधार पर मुकदमा दर्ज कर आगे की कार्रवाई कर रही है। जैसे ही सूचना मिली आर्मी इंटेलिजेंस भी थाने में पहुंच गई है। आर्मी इंटेलिजेंस भी आरोपी से पूछताछ कर रही है। एसटीएफ सभी बिंदुओं पर जांच कर रही है। एसटीएफ को जब फर्जी सिपाही विक्रम सिंह मिला तो वह बाइक पर सिपाही की वर्दी में था। पहले तो उसने टीम पर अपना प्रभाव दिखाने का प्रयास किया लेकिन सफल नहीं हो सका। आरोपी ने अब तक कितने लोगों के कार्ड बनाए और उनमें से कोई आतंकी तो नहीं है? इन सवालों के जवाब तलाशे जा रहे हैं। उसे सेना की कार्यशैली के बारे में इतनी जानकारी कैसे थी? इस बारे में भी पूछताछ की जा रही है।
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