India News (इंडिया न्यूज़), Sushil Modi Death: बिहार के पूर्व उपमुख्यमंत्री और वरिष्ठ भाजपा नेता सुशील कुमार मोदी का सोमवार (13 मई) को 72 साल की उम्र में निधन हो गया। उनके निधन की खबर मिलते ही राजनीतिक गलियारों में माहौल गमगीन हो गया। सुशील कुमार मोदी ने इस साल अप्रैल में खुलासा किया था कि वह कैंसर से पीड़ित हैं। सुशील कुमार राम मंदिर आंदोलन में सक्रिय भूमिका निभाने वाले नेता थे। इसके चलते उन्हें जनवरी में आयोजित राम मंदिर प्राण प्रतिष्ठा समारोह में आमंत्रित किया गया था।
आखिरी संदेश
राम मंदिर के प्रतिष्ठा समारोह का निमंत्रण मिलने पर सुशील कुमार मोदी ने एक ट्वीट किया था, जिसमें उन्होंने राम जन्मभूमि पर बने विवादित ढांचे को गिराए जाने की घटना का जिक्र किया था। सुशील कुमार के मुताबिक 1992 में अयोध्या में ढांचा विध्वंस पूर्व नियोजित नहीं था। ट्वीट में बताया कि वह 30 नवंबर 1992 को बीजेपी के पूर्व संगठन मंत्री हरेंद्र पांडे के साथ अयोध्या पहुंचे थे। हम दोनों को विवादित ढांचे के ठीक सामने रामकथा कुंज में बने मंच से कारसेवकों को नियंत्रित करने की जिम्मेदारी दी गई थी।
उन्होंने कहा था कि तमाम समस्याओं और बाधाओं के बाद सुप्रीम कोर्ट के फैसले के बाद अयोध्या में राम मंदिर बनते देखना ऐतिहासिक अवसर है। 22 जनवरी को करोड़ों राम भक्तों का सपना पूरा हो रहा है।
पीएम ने व्यक्त किया शोक
बता दें कि पूर्व राज्यसभा सांसद का पार्थिव शरीर मंगलवार (14 मई) को पटना के राजेंद्र नगर में स्थित उनके आवास पर लाया जाएगा। वहीं दिन में उनका अंतिम संस्कार किया जाएगा। प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने सुशील मोदी के निधन पर शोक व्यक्त की। उन्होंने एक्स पर लिखा कि पार्टी में अपने मूल्यवान सहयोगी और दशकों से मेरे मित्र रहे सुशील मोदी जी के असामयिक निधन से अत्यंत दुख हुआ है। बिहार में भाजपा के उत्थान और उसकी सफलताओं के पीछे उनका अमूल्य योगदान रहा है।