India News (इंडिया न्यूज), Murshidabad Violence: बंगाल के जलने के साथ देश के कई राज्यों में वक्फ संशोधन अधिनियम के खिलाफ विरोध प्रदर्शन हो रहे हैं। वहीं पश्चिम बंगाल के मुर्शिदाबाद और दक्षिण 24 परगना में विरोध प्रदर्शन हिंसक हो गया। हिंसा ऐसी थी कि यहाँ से हिन्दुओं को पलायन भी करना पड़ा। जंगीपुर, धुलियान, सुती और शमशेरगंज में सीमा सुरक्षा बल (बीएसएफ), केंद्रीय रिजर्व पुलिस बल (सीआरपीएफ), राज्य सशस्त्र पुलिस और रैपिड एक्शन फोर्स (आरएएफ) के जवानों को बड़ी संख्या में तैनात किया गया है। इस हिंसा को लेकर शंकराचार्य स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने सीएम ममता बनर्जी पर निशाना साधा।
स्वामी अविमुक्तेश्वरानंद ने पश्चिम बंगाल में राष्ट्रपति शासन लगाने की मांग की। उन्होंने कहा, “बंगाल में स्थिति को नियंत्रित करने के लिए राष्ट्रपति शासन लगाया जाना चाहिए। केंद्र सरकार को वहां की स्थिति पर राजनीति करनी है और फोटो खिंचवाना है।” उन्होंने कहा, “अभी भी समय है कि बंगाल के हिंदू गाय माता की रक्षा के लिए खड़े हों और गाय माता को मारने आने वालों को मारना शुरू करें।”
Murshidabad Violence
राज्य पुलिस ने बताया कि मुर्शिदाबाद के दंगा प्रभावित इलाकों में स्थिति धीरे-धीरे सामान्य हो रही है, दुकानें खुल रही हैं और विस्थापित परिवार वापस लौटने लगे हैं। वक्फ संशोधन अधिनियम को लेकर शुक्रवार और शनिवार को जिले के सुती, धुलियान और जंगीपुर समेत कई इलाकों में हिंसक प्रदर्शन हुए। जल्द ही विरोध प्रदर्शन झड़पों में बदल गए, जिसमें कम से कम तीन लोगों की मौत हो गई और कई घायल हो गए।
धागा फैक्ट्री में सो रहे थे मजूदर, शोर में खुली आंख तो आग लगी देख मचा हड़कंप, सब जलकर हुआ ख़ाक
अतिरिक्त महानिदेशक (पूर्व) रवि गांधी के नेतृत्व में बीएसएफ के एक प्रतिनिधिमंडल ने सोमवार (14 अप्रैल 2025) को धुलियान के कई अशांत इलाकों के साथ-साथ सुती और शमशेरगंज थाना क्षेत्रों का दौरा किया, जहां व्यापक हिंसा हुई थी। अधिकारियों ने बताया कि हिंसा के सिलसिले में अब तक कुल 210 लोगों को गिरफ्तार किया गया है। दक्षिण 24 परगना जिले के भांगर इलाके में बसंती हाईवे पर वाहनों की आवाजाही सामान्य रही, जहां सोमवार को वक्फ अधिनियम के खिलाफ हिंसा की घटनाएं हुई थीं।