India News (इंडिया न्यूज), MK Stalin Write Letter To Jaishankar: तमिलनाडु के मुख्यमंत्री एमके स्टालिन ने श्रीलंकाई नौसेना द्वारा नागापट्टिनम के 12 मछुआरों की गिरफ्तारी के बाद विदेश मंत्री एस जयशंकर से राजनयिक हस्तक्षेप के लिए औपचारिक रूप से अपील की है। यह घटना एक बार-बार होने वाली समस्या है, क्योंकि स्टालिन ने कहा कि 2024 में 30 ऐसे मामले सामने आएं हैं, जिनमें से 140 मछुआरे और 200 नावें वर्तमान में श्रीलंका में हैं।
पहले भी भारतीय मछुआरों को गिरफ्तार कर चुकी है श्रीलंका
इन चिंताओं को और बढ़ाते हुए हाल ही में एक घटना में रामेश्वरम के 16 मछुआरों को श्रीलंकाई अधिकारियों ने कच्छाथीवु और नेदुनथीवु द्वीपों के बीच लंगर डालते समय हिरासत में लिया। ये मछुआरे उन 400 लोगों में से थे, जो रामेश्वरम से निकले थे, लेकिन उन्हें अंतर्राष्ट्रीय समुद्री सीमा रेखा (IMBL) पार करने के आरोप में गिरफ्तार कर लिया गया और उनकी नावों को जब्त कर लिया गया और उन्हें मायलाट्टी मछली पकड़ने के बंदरगाह पर ले जाया गया, जहां उन्हें जाफना मत्स्य विभाग को सौंप दिया गया।
सीएम स्टालिन ने विदेश मंत्री जयशंकर को लिखा पत्र
मुख्यमंत्री स्टालिन ने मामले की गंभीरता पर जोर देते हुए कहा कि श्रीलंकाई नौसेना द्वारा हिरासत में लिए गए मछुआरों, उनकी जब्ती और कथित आक्रामक कार्रवाइयों से तमिलनाडु के तटीय समुदायों की आजीविका और सुरक्षा को गंभीर खतरा है। अपने पत्र में स्टालिन ने हिरासत में लिए गए मछुआरों की रिहाई सुनिश्चित करने और आगे की घटनाओं को रोकने के लिए विदेश मंत्रालय से त्वरित और उच्च प्राथमिकता वाली प्रतिक्रिया का आग्रह किया।
त्योहारों के मौके पर होती है परेशानी
उन्होंने कहा कि इस तरह की हिरासत से प्रभावित परिवारों पर काफी दबाव पड़ता है, खासकर त्योहारों के मौके पर काफी परेशानी होती है। तमिलनाडु सरकार ने इन चल रहे विवादों को हल करने और मछुआरों और उनकी नावों की सुरक्षित वापसी सुनिश्चित करने के लिए तत्काल राजनयिक चर्चा का अनुरोध किया है, जिसमें समुद्री सीमा संघर्ष से प्रभावित लोगों की आजीविका और सुरक्षा की रक्षा के लिए रचनात्मक जुड़ाव की आवश्यकता पर बल दिया गया है।