इंडिया न्यूज (Booster dose of Corbevax approved)
कोरोना वायरस के खिलाफ लड़ने के लिए एक और वैक्सीन (कॉबेर्वैक्स) को मंजूरी मिल गई है। इसे कोवीशील्ड और कोवैक्सिन लगवा चुके वयस्क बूस्टर के तौर लगवा सकते हैं। बता दें ये फैसला आज बुधवार को केंद्र सरकार ने लिया है। बॉयोलॉजिकल-ई कंपनी की कॉबेर्वैक्स वैक्सीन को बूस्टर डोज की तरह इस्तेमाल किया जाएगा।
बताया जा रहा है कि नेशनल टेक्निकल एडवाइजरी ग्रुप ऑफ इम्युनाइजेशन ने बीते 2 अगस्त को हेल्थ मिनिस्ट्री से कॉबेर्वैक्स को बूस्टर डोज के तौर पर इस्तेमाल करने की सिफारिश की थी। देश में पहली बार है जब बूस्टर डोज के लिए पहले लगाई गई वैक्सीन से अलग कोई वैक्सीन लगाई जाएगी। देश में ये वैक्सीन अभी सिर्फ 12 से 14 साल तक के बच्चों में इस्तेमाल की जाएगी।
वयस्कों को बूस्टर डोज की कब मिली थी मंजूरी
देश में 10 जनवरी से हेल्थ केयर, फ्रंटलाइन वर्कर्स को और 60 साल से अधिक उम्र के लोगों को बूस्टर डोज लगाने की शुरूआत की थी। 16 मार्च से 12-14 साल के बच्चों के लिए वैक्सीनेशन अभियान शुरू किया गया। इसी दिन 60 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को बूस्टर डोज की मंजूरी दी गई। देश में 10 अप्रैल को 18 साल से अधिक उम्र के सभी लोगों को कोरोना के बूस्टर डोज लगाए जाने की मंजूरी मिली थी।
क्या कहती है गाइडलाइंस
कोवैक्सिन या कोवीशील्ड वैक्सीन लगवा चुके वयस्क, दूसरा डोज लगवाने की तारीख से 6 महीने या 26 हफ्ते बाद ही कॉबेर्वैक्स लगवा सकेंगे। बूस्टर डोज के तौर पर मौजूदा गाइडलाइन में जल्द ही संशोधन किया जाएगा। कोविन पोर्टल पर कॉबेर्वैक्स को बूस्टर के तौर पर लगाए जाने से जुड़ी गाइडलाइंस में बदलाव किया जा रहा है।
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