इंडिया न्यूज़ (दिल्ली) : भारत सरकार ने सेना में भर्ती के लिए अग्निपथ योजना लॉन्च की थी। जून 2022 में लॉन्च की गई इस योजना के तहत अग्निवीरों की भर्ती हो चुकी है। शुरुआती ट्रेनिंग पूरी करने के लिए अग्निवीरों का पहला बैच सेना के साथ जुड़ गया है। पहले बैच में कुल 112 रंगरूट पहुंचे हैं जो 6 महीने तक ट्रेनिंग लेंगे। ये रिक्रूट नागपुर के कैंप्टी में स्थित रेजीमेंटल में ट्रेनिंग के लिए पहुंच चुके हैं। ट्रेनिंग पूरी करने के बाद ये सेना में शामिल हो जाएंगे।

सेना के सूत्रों के मुताबिक, 2 जनवरी 2023 से ही अग्निवीरों की ट्रेनिंग शुरू हो गई है। यह ट्रेनिंग छह महीने तक यानी जून महीने तक चलेगी। छह महीने की ट्रेनिंग पूरी करने के बाद ये युवा सेना में भर्ती हो जाएंगे। भर्ती के साथ ही इन युवाओं को उनकी यूनिट में भेज दिया जाएगा। वहां उन्हें स्पेशलाइज्ड ट्रेनिंग दी जाएगी। जानकारी दें,अग्निवीरों को भर्ती 4 साल के लिए हुई है। 4 साल के बाद इसमें से 25 प्रतिशत जवानों को ही सेना में रखा जाएगा।

पहले बैच में 112 अग्निवीर ले रहे ट्रेनिंग

रिपोर्ट के मुताबिक, नागपुर के कैंप्टी में स्थित गार्ड्स रेजीमेंटल सेंटर पर कुल 112 अग्निवीर ट्रेनिंग के लिए पहुंचे हैं। इनकी भर्ती ब्रिगेड ऑफ गार्ड्स में हुई है। ये युवा अग्निवीर भर्ती के लिए फिजिकल और मेडिकल परीक्षा पास करके यहां तक पहुंचे हैं। अग्निवीर बनने के लिए उम्र सीमा साढ़े 17 साल से लेकर 21 साल तक है।

अग्निवीरों की सैलरी

जानकारी दें, Agnipath योजना के तहत भर्ती किए गए अग्निवीरों की सालाना सैलरी 4.76 लाख रुपये है। चौथे साल में यह सैलरी बढ़कर 6.92 लाख रुपये हो जाएगी। इसके अलावा रिस्क और हार्डशिप पैकेज अलग से दिया जाएगा। सेना में 4 साल की सेवा पूरी करने के बाद करीब 11.7 लाख रुपये एकमुश्त ब्याज समेत दिया जाएगा। ज्ञात हो, यह पैसा इनकम टैक्स के दायरे से बाहर होगा।