इंडिया न्यूज़: (Atiq Ahmed Lawyer Claimed Name of the Killer) माफिया और पूर्व सांसद अतीक अहमद (Atiq Ahmed) और उसके पूर्व विधायक भाई अशरफ (Ashraf Ahmed) की हत्या को उनके वकील ने राजनीतिक हत्या करार दिया है। अतीक अहमद के वकील विजय मिश्रा ने इस बात का दावा किया कि ये राजनीतिक मर्डर है, बंद लिफाफे में मरवाने वाले का नाम लिखा है। बता दें कि अतीक अहमद और उसके भाई अशरफ की शनिवार, 15 अप्रैल को यूपी के प्रयागराज में पुलिस हिरासत में गोली मारकर हत्या कर दी गई थी।

अतीक अहमद के वकील ने कहा कि जब मैं बरेली जेल में अशरफ से मिला था तब उसने कहा था कि मेरी हत्या कर दी जाएगी और एक बंद लिफाफे में उसका नाम लिख जाऊंगा। बंद लिफाफे में नाम वाली चिट्ठी चीफ जस्टिस तक पहुंचा दी जाएगी।

इसके आगे उन्होंने कहा कि अतीक अहमद की फरार पत्नी शाइस्ता परवीन से दस दिन पहले संपर्क हुआ था तो उन्होंने कहा था वो सरेंडर करना चाहती हैं। साथ ही उन्होंने कहा कि पुलिस हिरासत में हत्या और सुरक्षा में लापरवाही के मामले को लेकर हम सुप्रीम कोर्ट जाएंगे।

यूपी पुलिस ने एसआईटी का किया गठन

इस बीच सोमवार को इस मामले की तफ्तीश के लिए उत्‍तर प्रदेश पुलिस ने तीन सदस्‍यीय विशेष जांच दल (एसआईटी) का गठन किया है। विशेष पुलिस महानिदेशक (कानून व्‍यवस्‍था) प्रशांत कुमार ने बताया कि कि गुणवत्तापूर्ण और समयबद्ध जांच सुनिश्चित करने के लिए तीन सदस्य निगरानी टीम का भी गठन किया गया है।

आरोपियों को न्यायिक हिरासत में भेजा

पुलिस ने इस हत्याकांड के मामले में बांदा के लवलेश तिवारी (22), हमीरपुर के मोहित उर्फ सनी (23) और कासगंज के अरुण कुमार मौर्य (18) को गिरफ्तार किया था। इस मामले में दर्ज रिपोर्ट में पुलिस ने दावा किया है कि तीनों हमलावरों ने अपने बयान में कहा है कि वो अतीक और अशरफ गिरोह का सफाया कर राज्य में अपनी पहचान बनाना चाहते थे। तीनों आरोपियों को 14 दिन की न्यायिक हिरासत में भेज दिया गया है।