अब सुनील जाखड़ ने छेड़ा विरोधी राग
इंडिया न्यूज, चंडीगढ़:
Punjab Congress
प्रदेश कांग्रेस में उठे विरोधी सुर थमने का नाम नहीं ले रहे। पार्टी में विरोध खत्म करने के लिए आलाकमान ने कैप्टन अमरिंदर सिंह से इस्तीफा मांग लिया। उसके बाद दलित नेता चरणजीत सिंह चन्नी को सीएम की कमान सौंपी। इसके बाद पार्टी आलाकमान को उम्मीद थी की प्रदेश की राजनीति में उनकी पार्टी अब एकजुट होकर संघर्ष करेगी। उनके इस अनुमान को झटका देते हुए पूर्व पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सुनील जाखड़ ने ट्वीट कर नई रार की शुरुआत कर दी। जाखड़ ने ट्वीट हरीश रावत के उस बयान पर किया जिसमें कहा गया था कि कांग्रेस 2022 के विधानसभा चुनाव में नवजोत सिंह सिद्धू को चेहरा बनाएगी। इस पर प्रतिक्रिया करते हुए सुनील जाखड़ ने कहा कि मुख्यमंत्री के रूप में चरणजीत चन्नी के शपथ ग्रहण के दिन ही रावत का यह बयान चौंकाने वाला है। यह मुख्यमंत्री के अधिकार को कमजोर करने की संभावना है, साथ ही उनके चयन को भी नकारता है।

भाजपा ने भी उठाए सवाल

भाजपा नेता अमित मालवीय ने ट्वीट किया कि केवल नवजोत सिद्धू को कुर्सी दिलाने के लिए यदि चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाया गया है, तो यह पूरे दलित समुदाय का बहुत बड़ा अपमान है। यह पूरी तरह से कांग्रेस द्वारा दलित सशक्तीकरण की बात को कमजोर करता है। शर्म की बात है।

वर्तमान घटनाक्रम में नवजो सिद्धू की भूमिका अहम

पंजाब कांग्रेस में चल रही सियासी उठापटक के बीच पार्टी नवजोत सिंह सिद्धू को पूरी तरह साध कर चलेगी। कैप्टन अमरिंदर सिंह को पद से हटाने से लेकर चरणजीत सिंह चन्नी को मुख्यमंत्री बनाने तक सिद्धू की भूमिका महत्वपूर्ण रही है। पंजाब प्रभारी हरीश रावत ने भी साफ कर दिया है कि 2022 विधानसभा चुनाव में सिद्धृ ही पार्टी का चेहरा होंगे। फिलहाल चन्नी को सीएम का चेहरा बनाकर पंजाब कांग्रेस अध्यक्ष सिद्धू ने सत्ता और संगठन दोनों में ही अपनी धाक जमा ली है। चन्नी के सीएम बनने के बाद यह साफ हो गया है कि पार्टी में सत्ता से लेकर संगठन तक सिद्धू की ही चलेगी।

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